चैती छठ पर सरिसवा नदी के प्रदूषण को लेकर लोगो ने जतायी नाराजगी

पूर्वी चंपारण,14 अप्रैल(हि.स.)। जिले में नेपाल की सीमा से सटे रक्सौल शहर में बहने वाली नेपाली सरिसवा नदी के प्रदूषण को लेकर लोगों ने नाराजगी जतायी है।

रविवार को शहर छठिया घाट मंदिर परिसर में स्थानीय लोगों की एक बैठक वार्ड पार्षद कुंदन सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सरिसवा नदी के प्रदूषित जल को लेकर कई चर्चा कर नाराजगी जतायी गयी। वार्ड पार्षद कुंदन सिंह ने बताया कि बीते दस माह पहले सरिसवा नदी के प्रदूषण की समाप्ति को लेकर नेपाल के पर्यावरण संरक्षक सुनील यादव के द्वारा सरिसवा नदी का प्रदूषित जल लेकर रक्सौल से काठमांडू तक का पैदल यात्रा निकाली गयी थी।

मंत्रियों के आश्वासन के बाद भी करीब दस माह बीत गए लेकिन सरिसवा नदी का प्रदूषण खत्म नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि छठिया घाट पर शहर के दर्जनों वार्डों से महिलाएं छठ करने आती है। लेकिन नदी का जल प्रदूषित होने के कारण लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियां होती है। जिसको देखते हुए आज छठ व्रतियों को अर्घ्य देने के लिए अलग से एक गड्डा बनाकर स्वच्छ पानी की व्यवस्था की गयी है,जो दुखद है। यदि सरिसवा नदी का जल स्वच्छ रहता तो यहां आसानी से छठ पर्व होता। वही नेपाल के सुनील यादव ने कहा कि मेरे द्वारा सरिसवा नदी की प्रदूषित जल को लेकर काठमांडू तक 12 दिन का पैदल कांवर यात्रा किया गया था। मंत्री के आश्वासन के बाद भी अभी तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि यदि सरिसवा नदी का जल प्रदूषण मुक्त नहीं होगा तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। मौके पर वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजू राम, बृजकिशोर गुप्ता, संजय कुमार गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश

/गोविन्द

   

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