भोळावणी मंगलवार को, राज गणगौर की निकलेगी शाही सवारी

जोधपुर, 15 अप्रैल (हि.स.)। किले के नागणेच्या माताजी के मंदिर में श्री राज गणगौर की सवारी हमेशा की तरह खासे में सज-धजकर ढोल-ढमाके के साथ फतेहपोल से मंगलवार, 16 अप्रैल को शाम छह बजे निकलेगी।

बाड़ी के महलों में राजपुरोहित व राज व्यास परंपरागत श्री गणगौर माताजी की पूजा करके महलों से विदा करेंगे। विदा करने से पहले दोनों गणगौर प्रतिमाओं की परिक्रमा व पूजा अर्चना करेंगी। पूर्व महारानी की गणगौर बाड़ी के महल में विराजमान रहेगी, जहां नृत्य, गणगौर गीत गायन के साथ राज गणगौर की सवारी को राणीसर तालाब से जल अर्पण एवं पूजन हेतु खासे में विदा किया जाएगा। खासे को पूरबियों की वेषभूषा में सफेद जामा केसरिया पगड़ी और कमरबंद बांधे हुए पालकी वाहक खासे को कंधे पर उठा कर विदा होंगे।

खासे लवाजमें के प्रतीक किरणिया, त्रिशूल, थम्भ, महिमरातिब, छंवर, सोने चांदी की छडिय़ा धारण किए हुए छड़ीबरदार और जलूस के अग्र भाग में राज अनुष्ठान घोड़े पर मारवाड़ का पचरंग का निशान फहराया जाएगा। गीतेरणीया प्रसाद के थाल लेकर साथ चलेगी।

शोभायात्रा के अंत में कोतल घोड़े, सूतरी नगाड़ा व नोबत ऊंट पर होगी। जूलूस में मेहरानगढ़ बैण्ड राजस्थानी गीतों की धुन बजाते हुए चलेगा। फतेहपोल पर गणेश पूजन के पश्चात् सवारी का स्वागत मौहल्ला विकास समितियों एवं अन्य मौहल्ला समिति के प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर

   

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