विंध्यवासिनी मंदिर जलाभिषेक एवं निकासी पूजन 24 अप्रैल को

-सुबह दस बजे से पौने दो बजे तक प्रतिबंधित रहेगा मां विंध्यवासिनी का दर्शन

मीरजापुर, 21 अप्रैल (हि.स.)। विंध्यवासिनी मंदिर का गंगाजल से जलाभिषेक तथा वार्षिक निकासी पूजन चौबीस अप्रैल को होना सुनिश्चित है। आयोजन की जानकारी पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी व मंत्री भानू पाठक की ओर से कोषाध्यक्ष तेजन गिरी ने रविवार को दी।

चैत्र पूर्णिमा के अगले दिन वैशाख मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को यह कार्यक्रम बड़ी श्रद्धा के साथ संपादित होता है। 24 अप्रैल को मध्याह्न आरती के दो घण्टे पूर्व सुबह दस बजे से दर्शनार्थियों के लिए मां विंध्यवासिनी का दर्शन प्रतिबंधित रहेगा। दोपहर की आरती तथा शयन के पश्चात पुनः लगभग पौने दो बजे से दर्शन पूजन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। दो घंटे तक गंगाजल से मां विंध्यवासिनी गर्भगृह समेत सम्पूर्ण मंदिर प्रांगण को हजारों की संख्या में भक्त मिट्टी के घड़े में गंगाजल लाकर मंदिर की धुलाई की जाएगी और रात्रि में तमाम नकारात्मक प्रभाव से मुक्त करने की प्रक्रिया में निकासी पूजन किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/आकाश

   

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