वाराणसी को मिलीं टीबी रोगियों के उपचार में मददगार 'एफडीसी' दवाएं

-स्थानीय स्तर पर क्षय निरोधी औषधियों की खरीददारी

वाराणसी, 22 अप्रैल (हि.स.)। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत जनपद में क्षय रोगियों के उपचार व पोषण पर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है। किसी भी क्षय रोगी की नियमित दवा खाना न छूटे, इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसके मद्देनजर शासन स्तर से प्राप्त दिशा-निर्देशों के क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय स्तर पर ड्रग सेंसेटिव टीबी (डीएसटीबी) रोगियों के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवाओं यानि फिक्स डोज़ कोंबिनेशन (एफ़डीसी) की खरीददारी की। जल्द ही सभी टीबी रोगियों को उनके टीबी यूनिट में दवा प्राप्त होने लगेगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने सोमवार को बताया कि प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने प्राप्त बजट के अनुसार टीबी की फोर एफ़डीसी और थ्री एफ़डीसी की दवाएं स्थानीय स्तर पर क्रय कर ली हैं। जनपद के शिवपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) स्थित टीबी ड्रग स्टोर में पहुंच चुकी है। जल्द ही ये दवाएं समस्त 23 टीबी यूनिट में पहुंचाई जाएंगी, जिससे यूनिटवार उपचाराधीन क्षय रोगियों को आवश्यकतानुसार दवा मिल सकें।

जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने बताया कि फोर एफडीसी और थ्री एफडीसी की दवाएं 50-50 हजार गोलियां प्रत्येक सॉल्ट की मिल चुकी हैं। यह दवाएं जनपद के तीन जिला चिकित्सालयों और सीएमओ कार्यालय के स्टोर ने स्थानीय स्तर पर क्रय कर ली गई हैं। इसके अलावा फोर एफडीसी की 6000 एवं थ्री एफडीसी की 1200 दवाएं भी स्थानीय स्तर पर क्रय की गई हैं। सभी दवाओं को टीबी ड्रग स्टोर, शिवपुर से समस्त 23 यूनिट में पहुंचाया जा रहा है। करीब 10 टीबी यूनिट पर दवाएं पहुंच चुकी हैं। शेष यूनिट पर भी अतिशीघ्र दवाएं पहुंचाई जाएगी। वर्तमान में जनपद में टीबी के 7544 रोगियों का उपचार चल रहा है।

डीटीओ डॉ पीयूष राय ने बताया कि डीएसटीबी के रोगियों के उपचार में पहले दो माह चार दवाएं (फोर एफडीसी) और अगले चार माह तीन दवाएं (थ्री एफडीसी) चलती हैं। क्षय रोगी अपना निर्धारित कोर्स पूरा कर जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश

   

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