ग्राम सेवक रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार

श्रीनगर। एसीबी ने पीएमएवाई जी योजना का लाभ उठाने के लिए जियो टैगिंग करने के लिए शिकायतकर्ता से 2500 की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में बांदीपोरा जिले के ब्लॉक अरिन के ग्राम सेवक अब्दुल रशीद खान को जाल में फंसाया और गिरफ्तार किया। एंटी करप्शन ब्यूरो को ब्लॉक अरिन जिला बांदीपोरा के निवासी से ग्रामीण विकास विभाग ब्लॉक अरिन जिला बांदीपोरा के ग्राम सेवक अब्दुल रशीद के खिलाफ  शिकायत मिली कि जीआरएस उनसे जियो टैग करने के लिए 6000 की रिश्वत मांग रहा है। पीएमएवाई जी योजना के तहत उनके द्वारा निर्मित निर्माणाधीन मकान स्थल का प्लिंथ क्षेत्र आदि शामिल है। शिकायतकर्ता द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2023 में पीएमएवाई जी योजना के तहत उसके मामले में पक्का घर के निर्माण के लिए मंजूरी दी गई थी। जिसके लिए उसे आरडीडी से अपने बैंक खाते के माध्यम से 50000 की प्रारंभिक किस्त प्राप्त हुई थी। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने उस पैसे से घर का प्लिंथ पूरा किया और आगे की किश्तों के लिए उन्होंने कुछ दिन पहले बीडीओ कार्यालय अरिन का दौरा किया। जहां अधिकारियों ने उन्हें दूसरी किस्त जारी करने के मामले को आगे बढ़ाने के लिए उक्त स्थल के जियो टैग की आवश्यकता के बारे में बताया। तदनुसार शिकायतकर्ता को बताया गया कि संबंधित जीआरएस साइट का दौरा करेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे। शिकायतकर्ता ने आगे खुलासा किया कि जीआरएस अब्दुल रशीद ने साइट का दौरा किया और शिकायतकर्ता से 10000 की रिश्वत की मांग की। लेकिन अंतत: सौदा 6000 में तय हुआ। शिकायतकर्ता को 22 अप्रैल को 2500 रुपये और दूसरी किस्त मिलने के बाद बाकी रकम देने को कहा गया। इन परिस्थितियों में शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया और उससे रिश्वत मांगने के लिए जीआरएस के खिलाफ  कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया। चूंकि शिकायत की सामग्री प्रथम दृष्टया आरोपी द्वारा पीसी अधिनियम 1988 ;इसके संशोधन अधिनियम 2018 के साथद्ध की धारा 7 के तहत दंडनीय अपराध के कमीशन का खुलासा करती है। इसलिएए पीसी अधिनियम 1988 ;इसके संशोधन अधिनियम 2018 के साथ की धारा 7 के तहत एक मामला एफआईआर संख्या 5 पुलिस स्टेशन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बारामूला में दर्ज किया गया था और जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान एक ट्रैप टीम का गठन किया गयाए जिसने सफल जाल बिछाया और आरोपी जीआरएस को शिकायतकर्ता से 2500 की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में उसके कब्जे से रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली गई। मामले में आगे की जांच जारी है।

   

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