इंदौर के स्वच्छता में अव्वल रहने के सोपानों का साक्षी बना सोलहवें वित्त आयोग का दल

इंदौर में सोलहवें वित्त आयोग के दल ने गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट और ट्रेचिंग ग्राउंड का किया अवलोकनइंदौर में सोलहवें वित्त आयोग के दल ने गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट और ट्रेचिंग ग्राउंड का किया अवलोकनइंदौर में सोलहवें वित्त आयोग के दल ने गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट और ट्रेचिंग ग्राउंड का किया अवलोकन

- एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का किया अवलोकन-ट्रेचिंग ग्राउंड के परी पार्क में बैठकर देखी इंदौर के स्वच्छता की सफल कहानीइंदौर, 07 मार्च (हि.स.)। इंदौर स्वच्छता में लगातार सात वर्षों से पूरे देश में अव्वल है। कहने का मतलब कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने देश में ‍‍विशेष मुकाम हासिल किया है। मध्य प्रदेश के चार दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन शुक्रवार को इंदौर पहुंचा सोलहवें केन्द्रीय आयोग के सदस्यों का दल इंदौर के स्वच्छता में अव्वल रहने के सोपानों का साक्षी बना। इंदौर में आज उन्होंने देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचकर एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने ट्रेचिंग ग्राउंड पर बने परी पार्क में बैठकर इंदौर के स्वच्छता की सफल कहानी देखी।

इस दौरान वित्त आयोग के दल ने सूखे कचरे के निपटान के लिए बनाए गए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर, 15 लाख मेट्रिक टन क्षमता के पुराने कचरे का बायो रिमेडियेशन पद्धति से निपटान व्यवस्था, 100 एकड़ भूमि पर फलदार एवं ऑक्सीजन देने वाले पौधों से बनाए गए सिटी फॉरेस्ट और निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट प्रोसेसिंग प्लांट का जायजा लिया। इस अवसर पर प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव विशेष रूप से उपस्थिति रहे।

इंदौर पहुंचे सोलहवें वित्त आयोग के दल में आयोग के सदस्य-एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पांडा, डॉ. सौम्याकांति घोष, सचिव ऋत्विक पांडे शामिल रहे। इस मौके पर संभागायुक्त दीपक सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा आदि मौजूद थे। इस दौरान 16वें वित्त आयोग के सदस्यों ने इंदौर में हो रहे स्वच्छता संबंधी कार्यों की सराहना की। सदस्यों को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्वच्छता के सौपानों की जानकारी दी।

वहीं, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने आयोग के दल को गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह प्लांट सीएनजी निर्मित करने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है। इसकी क्षमता 550 टीपीडी गोबर धन है, इसे बढ़ाकर 800 टीपीडी करने का लक्ष्य है। इसके लिए सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हर तरह के कचरे के उपयोग की योजना भी तैयार की जा रही है। यहाँ फ्युल ब्रिकेट्स तथा लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने की योजना भी तैयार कर कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। इंदौर में स्वच्छता के साथ ही पर्यावरण सुधार पर भी विशेष ध्यान है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

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