विलक्षण प्रतिभा के धनी 17 बच्चों को राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार से सम्मानित किया

प्रधानमंत्री वीर बाल पुरस्कार से सम्मानित बच्चों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर सात कैटेगरी में 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिए। यह पुरस्कार उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया गया है। पुरस्कृत बच्चों की प्रतिभा सभी को कौतूहल से भर देती है। चाहे पश्चिम बंगाल के तीन वर्षीय शतरंज खिलाड़ी अनीश सरकार हों या फिर सेरेबल पाल्सी से ग्रसित 17 साल के व्यास ओम जिग्नेश, सभी की प्रतिभा न केवल लोगों को अचंभित करती है बल्कि गर्व से भर देती है। सभी 17 बाल वीर पुरस्कार विजेताओं की कहानी अपने आप में अनूठी और प्रेरणादा

यक है।

तीन साल के अनीश सरकार ने चेस की दुनिया में रचा इतिहास महज तीन साल के अनीश सरकार विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। पश्चिम बंगाल के रहने वाले 3+ वर्षीय शतरंज खिलाड़ी अनीश सरकार ने 1,555 की प्रभावशाली रेटिंग के साथ दुनिया के सबसे कम उम्र के एफआईडीई-टैंक वाले खिलाड़ी के रूप में इतिहास रच दिया है। बेजोड़ क्षमता का प्रदर्शन करते हुए अनीश ने राज्य अंडर-1 टूर्नामेंट में शुरुआत की, 8 में से 5.5 अंकों का उत्कृष्ट स्कोर हासिल किया और इस प्रक्रिया में दो रेटेड विरोधियों को हराकर 24 वां स्थान प्राप्त किया। प्रसिद्ध भारतीय ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरुआ के मार्गदर्शन में इतनी कम उम्र में अनीश की उपलब्धियां उनके असाधारण कौशल, लगन और प्रतिबद्धता के प्रमाण हैं। अनीश सरकार को खेल के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

कश्मीरी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए 12 वर्षीय अयान शुरू किया यूट्यूब चैनल

कश्मीर के 12 वर्षीय सूफी गायक अयान सज्जाद ने अपने भावपूर्ण कश्मीरी गीतों और नातों के साथ स्थानीय संगीत उद्योग और सोशल मीडिया को विशेष रूप से प्रभावित किया है। उनकी उपलब्धियों में बेदर्द दाद चाने, जाने जानान, और गो क्या मलाल यारस (2023-2024) जैसे हिट्स के लिए यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक लोकप्रियता हासिल करना शामिल है। अयान के प्रयास उनकी पीढ़ी को कश्मीरी संस्कृति से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

अयान सज्जाद को कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

बेस्टसेलिंग लेखिका केया हटकर

14 वर्षीय लेखिका और विकलांगता अधिवक्ता केया हटकर ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) की चुनौतियों को पार किया है, जो एक दुर्लभ, अपक्षयी और संभावित रूप से जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली आनुवंशिक स्थिति है। वे 'डांसिंग ऑन माई व्हील्स' और 'आई एम पॉसिबल!' की बेस्टसेलिंग लेखिका हैं। अपनी साहित्यिक उपलब्धियों के अलावा केया ने गैर-लाभकारी पहल 'आई एम पॉसिबल' और 'एसएमए-एआरटी' की स्थापना की और प्रेरक वार्ताएं तथा दिव्यांगता के बारे में जागरुकता बढ़ाई।

केया हटकर को कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित व्यास को याद है 5000 संस्कृत श्लोकअहमदाबाद में रहने वाले 17 वर्षीय व्यास ओम जिग्नेश सेरेब्रल पाल्सी एमआर 90 प्रतिशत से पीड़ित हैं। लेकिन उन्हें सुंदरकांड और श्रीमद्भगवद्गीता सहित 5000 से अधिक संस्कृत श्लोक याद है। अपनी चुनौतियों के बावजूद पूरे भारत में 500 से अधिक स्टेज शो किए हैं और दिव्यांग व्यक्ति के रूप में अपने भक्ति गीत पाठ के लिए लोकप्रिय हैं।

हरिकथा कलाकार जननी ने 100 से अधिक बार तमिल, अंग्रेजी और संस्कृत में दी प्रस्तुति

14 वर्षीय हरिकथा कलाकार और समर्पण भाव से कर्नाटक संगीत सीखने वाली जननी नारायणन ने अपनी कहानी कहने और संगीत प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए 100 से अधिक बार तमिल, अंग्रेजी और संस्कृत में प्रस्तुति दी है। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कर्नाटक संगीत और कहानी कहने की प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है और सुधार्णव अकादमी की पद्म भूषण पुरस्कार विजेता डॉ. सुधा रघुनाथन उनकी मेंटर (गुरु) हैं। वे तमिलनाडु सरकार द्वारा कलाई इलमानी पुरस्कार (2023-2024) सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं।

जननी नारायणन को कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

डूबते हुए तीन बच्चे को बचाया 9 वर्षीय सौरभ ने

बिहार के रहने वाले 9 वर्षीय सौरभ कुमार ने तीन छोटी बालिकाओं मुस्कान, मेहर और प्रीति कुमारी को तालाब में डूबने से बचाकर उल्लेखनीय वीरता का परिचय दिया। मदद के लिए इन बच्चियों की हताश चीखें सुनकर सौरभ निडर होकर पानी में कूद गया और अपनी उम्र से परे असाधारण सूझबूझ और निस्वार्थता का परिचय देते हुए उनकी जान बचाई। शेखपुरा की आईएएस जिला अधिकारी जे प्रियदर्शिनी ने उनके वीरतापूर्ण कार्य को प्रशस्ति पत्र देकर मान्यता दी। सौरभ का अविश्वसनीय साहस और जीवनरक्षक प्रयास न केवल उनके असाधारण चरित्र को उजागर करते हैं बल्कि पूरे देश के लिए वीरता और मानवता के प्रेरक उदाहरण के रूप में भी काम करते हैं।

सौरभ कुमार को वीरता के क्षेत्र में उनके असाधारण साहस के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

भीषण आग से 36 फ्लैट निवासियों को बचाया

महाराष्ट्र के अमरावती में रहने वाली 17 साल की करीना थापा ने भीषण आग से 36 फ्लैट निवासियों को बचाकर साहस का परिचय दिया। करीना की बहादुरी ने न केवल लोगों की जान बचाई बल्कि असाधारण परिस्थितियों में आम लोगों की असाधारण क्षमताओं को भी उजागर किया।

सिंदूरा राजा का कमाल

15 साल के सिंदूरा राजा को नवाचार के क्षेत्र में बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सिंदूरा राजा ने पार्किंसन के मरीजों के लिए एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जिससे पार्किंसन के मरीजों को काफी मदद मिली है।

ऋषिक ने की हैकर्स पाठशाला की स्थापना

17 वर्षीय साइबर सुरक्षा उद्यमी ऋषिक कुमार ने जम्मू-कश्मीर की पहली साइबर सुरक्षा कंपनी हैकर्स पाठशाला की स्थापना की है। इन्होंने शेरे-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी के सैकड़ों पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया। साइबर सुरक्षा जागरुकता में 5,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया और हैक फ्री भारत पहल शुरू की है।

इसके अतिरिक्त, ऋषिक ने भारतीय सांस्कृतिक प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रार्थना मोबाइल ऐप विकसित किया, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सकारात्मक मान्यता मिली है।

ऋषिक कुमार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

सांची अग्रवाल ने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दो प्रतिष्ठित रिकॉर्ड बनाए 8 वर्षीय सांची अग्रवाल ने कथक, अर्ध-शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय नृत्य और संस्कृत श्लोकों में उत्कृष्टता हासिल करके इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दो प्रतिष्ठित रिकॉर्ड बनाए हैं। इनमें अर्ध-शास्त्रीय नृत्य में 1 मिनट में असाधारण 80 राउंड पूरे करना और केवल 1 मिनट में 13 संस्कृत श्लोकों का त्रुटिरहित पाठ करना शामिल है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्मानित, अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह 2024 और गोरखपुर महोत्सव जैसे ऐतिहासिक कार्यक्रमों में उनके विस्मयकारी प्रदर्शन ने दर्शकों को मोहित कर लिया और एक स्थायी छाप छोड़ी।

सांची अग्रवाल को कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले की 15 वर्षीय जूडो खिलाड़ी हेमबती नाग छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कोंडागांव जिले की 15 वर्षीय जूडो खिलाड़ी हेमबती नाग दृढ़ता और दृढ़ संकल्प की प्रतीक हैं। आईटीबीपी की 41वीं बटालियन द्वारा 2020 से प्रशिक्षित किए जाने के बाद से उन्होंने खेल में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए कई चुनौतियों को पार किया है। 2022 में तीसरे खेलो इंडिया नेशनल गेम्स में रजत पदक सहित कई पुरस्कार अर्जित किए हैं। उनकी यात्रा वंचित क्षेत्रों में आशा और अवसर प्रदान करने में खेल की परिवर्तनकारी शक्ति को उजागर करती है, जो देशभर के युवा एथलीटों को प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है।

हेमबती नाग को खेल के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

प्रितस्मिता भोई ने क्लीन एंड जर्क श्रेणी में विश्व रिकॉर्ड बना कर रचा इतिहास 15 वर्षीय भारोत्तोलक प्रितस्मिता भोई ने क्लीन एंड जर्क श्रेणी में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली पहली भारतीय के रूप में इतिहास रचा। उन्होंने 2024 में आईडब्ल्यूएफ वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और 76 किलो ग्राम भार उठाकर नया युवा विश्व रिकॉर्ड बनाया। प्रीतिस्मिता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स और आईडब्ल्यूएलएफ नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता।

प्रितस्मिता भोई को खेल के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

नौ साल में बनी पर्वतारोही सानवी

नौ वर्षीय असाधारण पर्वतारोही सानवी सूद ने कम उम्र में उल्लेखनीय दृढ़ संकल्प और कौशल का परिचय देते हुए असाधारण उपलब्धियां हासिल की है। 8 वर्ष की उम्र तक इन्होंने दुनिया की कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण चोटियों पर विजय प्राप्त कर ली थी, जिनमें माउंट एल्ब्रस, माउंट कोसियसको और माउंट दमावंद शामिल हैं। सानवी ने माउंट किलिमंजारो को फतह करने वाली सबसे कम उम्र की एशियाई लड़की और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय लड़की के रूप में इतिहास रचा। पर्वतारोहण में उनकी अद्वितीय उपलब्धियां, दृढ़ता, साहस और अडिग भावना को दर्शाती हैं, जो अनगिनत युवा साहसी लोगों को प्रेरित करती हैं।

सानवी सूद को खेल के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी

   

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