ग्राहकों को धोखे में रख कर फर्जी तरीके से सिम कार्ड एक्टिवेट करने और साइबर ठगों को देने वाली सिंडिकेट का खुलासा
- Admin Admin
- Mar 17, 2025

-तीन सौ सिमें साइबर ठगों को दी गई, 50 लाख की ठगी का खुलासा
जोधपुर, 17 मार्च (हि.स.)। कमिश्नरेट की जिला पश्चिम पुलिस ने दो ऐसे शातिरों को पकड़ा है जोकि ग्राहकों को धोखे में रखकर फर्जी तरीके से सिम कार्ड एक्टिवेट कर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाते थे। पुलिस ने इस सिंडिकेट के दो सदस्यों को पकड़ा है। अब तक पूछताछ में मालूमात हुआ कि इन लोगों ने 300 फर्जी सिमें साइबर ठगों को दी है और तकरीबन 50 लाख तक का फ्रॉड किया है। देश भर से 38 साइबर ठगी की शिकायतें प्राप्त हुई थी। पकड़े गए आरोपिताें से 104 सिम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, दाे फिंगर प्रिंट यंत्र, एक चैक बुक, पांच एटीएम कार्ड, नाै हस्ताक्षरयुक्त अन्य लोगों के खाली चैक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, हिसाब की डायरी बरामद हुई है।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज ने बताया कि आसूचना मिली कि सिम रिटेलर राहुल मोबाइल वाला सालावास रोड़ जोधपुर के संचालक द्वारा एयरटेल कम्पनी की करीब चालीस सिमें दुर्भावनावश अपने निजी स्वार्थ के लिए कूटरचित तरीके से जारी करता है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए जांच एवं कार्रवाई के लिए बासनी थानाधिकारी नितिन दवे एवं साइब सैल के प्रभारी कांस्टेबल प्रेम चौधरी के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
पुलिस की टीम द्वारा फर्जी सिम नम्बरों की डिटेल प्राप्त की गई तो पता लगा कि एक-एक व्यक्ति के नाम 4-4 व 5-5 सीमें जारी हुई है। जिस पर सिम धारकों की तलबी की जाकर उपस्थित सिम धारक सूरज सिंह पुत्र विजय सिंह, निवासी सीतापुर रोड, छठा मील मुस्लिम नगर पुलिस थाना मणियाउ जिला लखनउ (उत्तरप्रदेश) हाल राधे कृष्णा विहार सांगरिया फांटा से जांच की गई तो यह पाया गया कि सूरज सिंह अपनी बीएसएनएल कम्पनी की सिम पोर्ट करवानें के लिए सितम्बर 2024 में राहुल मोबाइल वाला सिम रिटेलर के संचालक राहुल कुमार झा के पास गया और उसे सिम पोर्ट करने का कहने पर राहुल कुमार झा व उसके साथ काम करनें वाले मो. इकबाल, मो. शरीफ ने सूरज सिंह को धोखे में रखकर आधार कार्ड लेकर फोटो खींचकर व फिंगर लगवाया। उस समय 2-3 दिन बाद में आने का कहकर भेज दिया। उसके बाद 3 दिन बाद सूरज सिंह फिर से उसके पास गया तो प्रोसेस पूरा नहीं होंने से सिम एक्टिव नहीं होना बताकर फिर से वही प्रक्रिया पूर्ण करवाई। उस समय भी उसे विश्वास में लेनें के लिए एक खाली सिम दे दी। 03 दिन बाद सीम चालू नहीं हुई तो परिवादी सूरज सिंह फिर उसके पास गया तो उस समय भी इन लोगों ने वही प्रक्रिया करवाई और ऐसा करते हुए तीन बार में परिवादी सूरजसिंह को प्रोसेस पूर्ण नहीं होंने का झांसा देकर परिवादी की जानकारी के बिना तीन सिमें उसके नाम से धोखे में रखकर एक्टिवेट कर दी। इस पर बासनी पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई।
बासनी पुलिस ने अब आरोपित राहुल कुमार झा पुत्र रमन झा निवासी कैथई पुलिस थाना राजनगर जिला मधुबनी (बिहार) हाल म.नं. 371 राधा कृष्णा विहार, सांगरिया फांटा बासनी, मोहम्मद इकबाल पुत्र इब्राहिम अली निवासी देणोक लोहावट जिला फलोदी हाल म.नं. 101 इन्द्रा नगर सांगरिया फांटा बासनी जोधपुर को दस्तयाब कर बाद पूछताछ प्रकरण में गिरफ्तार किए गए।
300 सिमें फर्जी तरीके से एक्टिवेट, 50 लाख का फ्रॉड :
अब तक की पूछताछ में पता लगा कि करीब 300 सिमें फर्जी तरीके से एक्टिवेट कर साइबर ठगी करने वाली गैंग को सप्लाई करना बताया है, जिस पर सिमों के सम्बंध में तकनीकि जांच व विश्लेषण करनें पर आरोपिताें द्वारा एक्टिव की गई फर्जी सिमों के जरिए अब तक करीब 50 लाख की साइबर ठगी की वारदाते करने का खुलासा हुआ है।
आरोपिताें से अब तक 104 सिम कार्ड, 31 मोबाइल फोन, दाे फिंगर प्रिंट यंत्र, एक चैक बुक, पांच एटीएम कार्ड, नाै हस्ताक्षरयुक्त अन्य लोगों के खाली चैक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, हिसाब की डायरी बरामद किए गए है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश