रजब का चांद दिखाई देने के साथ राजस्थान के अजमेर में शुरू हुआ ख्वाजा का 813वां उर्स
- Admin Admin
- Jan 01, 2025
अजमेर, 1 जनवरी (हि.स.)। रजब का चांद दिखाई देने के साथ ही सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर 813वां उर्स बुधवार से औपचारिक रूप से शुरू हो गया। जन्नती दरवाजा जायरीन के लिए खोला गया और दरगाह के शाहजहानी गेट से साजियाने बजाए गए। गंज चिल्ला शरीफ से कलंदरों का जुलूस शुरू होकर दरगाह शरीफ पहुंचा, जहां निशान पेश किए गए। मस्त कलंदरों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। उर्स के शुभारंभ पर दरगाह का माहौल खुशनुमा बना रहा।
अब चार जनवरी को केंद्र सरकार के संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू पूर्वाह्न 11 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाएंगे। इनके द्वारा दरगाह की वेब पोर्टल तथा गरीब नवाज एप की लाॅंचिंग करने के पश्चात मीडिया ब्रिफिंग की जाएगी। बॉलीवुड की चादर गुरुवार को पेश होगी। इस बीच बुधवार को ख्वाजा सूफी संत के दीवाने मस्त कलंदरों का जुलूस दिल्ली से पैदल चल कर जुलूस के रूप में अजमेर पहुंच गया, जहां ख्वाजा के दरवार में निशान पेश किए गए। मस्त कलंदरों ने दरगाह के बाहर हैरत अंगेज कारनामें पेश किए। साथ ही साल में चार बार खुलने वाला जन्नती दरवाजा भी अल सुबह जायरीन की जियारत के लिए खोल दिया गया। बुधवार रात चांद दिखाई देने की संभावना को देखते हुए मंगलवार की रात ख्वाजा साहब के मजार शरीफ से संदल उतारा गया।
दरगाह के खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी ने कहा कि दरगाह में ख्वाजा साहब की मजार पर सालाना संदल उतारा गया और जायरीन को तबर्रुक के तौर पर वितरित किया गया। गुरुवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की मजार पर बॉलीवुड की ओर से चादर व अकीदत के फूल पेश किए जाएंगे और उनकी सलामती की दुआ की जाएगी। निजाम गेट से चादर का जुलूस शुरू होगा। इस दौरान शाही कव्वाल मेहराज वारसी कव्वाली पेश करेंगे।
छह को आएंगे पाकिस्तान के जायरीन
उर्स में 6 जनवरी को पाकिस्तान से जायरीन जत्थे के आने की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। उर्स के दौरान हजारों की संख्या में पुलिस व सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। इधर, दिन-प्रतिदिन जायरीन की आवक में तेजी होती जा रही है। यह बात ओर है कि अजमेर में इन दिनों शीतलहर का प्रकोप जोरों पर है। रात काफी बर्फीली बनी हुई है। सुबह कोहरे की चादर ओढे शहर रहता है।
जुम्मेरात पर होगी भीड़
बुधवार को चांद दिखा तो उर्स की रस्म शुरू हो गई। गुरुवार को जुम्मेरात होगी। इस दौरान नया साल होने के कारण दरगाह शरीफ में भारी भीड़ रहने की संभावना हैं। जुम्मे की नमाज 3 जनवरी को होगी। इस दौरान भारी संख्या में जायरीन की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष