असम प्रश्नपत्र लीक मामला: शिक्षा मंत्री ने स्कूलों को ठहराया दोषी, बोर्ड को दी क्लीन चिट

गुवाहाटी, 25 मार्च (हि.स.)। असम के शिक्षा मंत्री रणोज पेगु ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि कक्षा 11 के प्रश्नपत्रों का लीक स्कूल स्तर पर हुआ, न कि राज्य शिक्षा बोर्ड (एएसएसईबी) के स्तर पर। मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस समस्या से निपटने के लिए नीति-निर्माण आवश्यक होगा, क्योंकि प्रश्नपत्र लीक होने के कारण 36 विषयों की परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं।

कक्षा 11 की परीक्षाओं की रद्दीकरण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक अब्दुर रशीद मंडल ने मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि असम राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (एएसएसईबी) को परीक्षाओं के संचालन की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन गठन के तुरंत बाद ही वह अपनी पहली परीक्षा ठीक से आयोजित करने में विफल रहा।

मंडल ने बोर्ड अध्यक्ष आरसी जैन की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए उनके तत्काल निष्कासन की मांग की। साथ ही, उन्होंने मंत्री पेगू से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की परंपरा का पालन करने की बात कही।

पेगू ने जवाब में कहा कि प्रश्नपत्र लीक की घटना 15 स्कूलों से जुड़ी थी, जिनमें 12 निजी और 3 सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय शामिल हैं। इन सभी स्कूलों की संबद्धता तत्काल निलंबित कर दी गई और नए सत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गई।

मंत्री ने यह भी कहा कि कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं पर विशेष ध्यान दिया गया था, और एएसएसईबी ने उन्हें सुचारू रूप से संपन्न कराया। कक्षा 11 की परीक्षा के प्रश्नपत्र पहले ही स्कूलों को सौंप दिए गए थे, लेकिन कुछ जगहों पर समय से पहले उनकी मुहरें तोड़ी गईं।

यह समस्या स्कूल स्तर पर पैदा हुई है, इसलिए इसे वहीं हल करना होगा, पेगु ने कहा, यह स्पष्ट करते हुए कि एएसएसईबी की कोई गलती नहीं थी। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि भविष्य में निजी स्कूलों में कक्षा 11 की परीक्षा आयोजित करने पर पुनर्विचार किया जा सकता है।

निजी स्कूलों को प्रतियोगी परीक्षाओं के परीक्षा केंद्र के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इस पहलू पर भी विचार करना होगा।

पेगु ने सदन को जानकारी दी कि एएसएसईबी की एक बैठक सोमवार को आयोजित हुई और कक्षा 11 की परीक्षाओं की नई तिथियां पंचायत चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद जारी की जाएंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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