फर्जी कस्टमर केयर नंबर से साइबर ठगी, महिला के खाते से उड़ाए 11.09 लाख रुपये

शिमला, 07 फ़रवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक महिला फर्जी कस्टमर केयर नंबर के जाल में फंस गई। ठग ने खुद को बैंक मैनेजर बताकर महिला को भरोसे में लिया और खाते की डिटेल हासिल कर ओटीपी पूछ लिया। शातिर की बातों में आकर महिला ने ओटीपी साझा कर दिया। इसके बाद उसके बैंक खाते से 11 लाख 9 हजार रुपये गायब हो गए।

इंटरनेट पर खोजा कस्टमर केयर नंबर और फंस गई ठगी के जाल में

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला शोघी स्थित अपने फ्लैट में रहती है। उसे अपने बैंक खाते से राशि ट्रांसफर करनी थी लेकिन कुछ तकनीकी समस्या के कारण वह ऐसा नहीं कर पाई।

रकम ट्रांसफर करने के लिए महिला ने इंटरनेट पर बैंक के कस्टमर केयर का नंबर खोजा और उस पर कॉल कर दिया। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि इंटरनेट पर मौजूद कई फर्जी कस्टमर केयर नंबर साइबर ठगों द्वारा चलाए जाते हैं।

महिला द्वारा कॉल करने के बाद सामने वाले शख़्स ने खुद को बैंक मैनेजर बताया और खाते की समस्या ठीक करने के नाम पर उसे खाते की डिटेल और ओटीपी साझा करने के लिए कहा।

ओटीपी साझा करते ही खाते से उड़ गए लाखों रुपये

महिला को लगा कि वह वास्तविक बैंक अधिकारी से बात कर रही है। इसलिए उसने बिना सोचे-समझे खाते की डिटेल और ओटीपी साझा कर दिया। जैसे ही उसने ओटीपी बताया उसके खाते से 11 लाख 9 हजार रुपये की निकासी हो गई। जब तक महिला को अपनी गलती का अहसास हुआ तब तक ठग बैंक खाते को पूरी तरह खाली कर चुका था।

बालूगंज थाने में शिकायत, पुलिस ने शुरू की जांच

ठगी का अहसास होते ही महिला ने तुरंत बालूगंज पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शिमला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह साइबर ठगी का मामला है और प्रारंभिक जांच में यह किसी बड़े साइबर गिरोह का काम लग रहा है।

पुलिस अब फोन नंबर, बैंक ट्रांजेक्शन और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

पुलिस इस मामले में साइबर एक्सपर्ट्स की मदद ले रही है और जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने का दावा कर रही है। फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस साइबर ठगी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया जाएगा।

साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस की अपील

पुलिस ने लोगों को सावधान रहने और किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंकिंग जानकारी साझा न करने की सलाह दी है। इसमें कभी भी इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर न खोजें, केवल बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से ही नंबर लें। बैंक या कस्टमर केयर कभी भी फोन पर ओटीपी, पासवर्ड या अन्य संवेदनशील जानकारी नहीं मांगते। अगर किसी भी अनजान नंबर से कॉल आए और बैंक डिटेल मांगी जाए, तो तुरंत कॉल काट दें और पुलिस या बैंक को सूचना दें। बैंकिंग लेन-देन के दौरान अगर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत बैंक से संपर्क करें।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

सम्बंधित खबर