जोधपुर, 05 फरवरी (हि.स.)। पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट के खिलाफ पांच करोड़ के धोखाधड़ी केस में सीबीआई जांच होगी। राजस्थान हाईकोर्ट ने सीबीआई निदेशक को पूर्व मंत्री सहित 5 लोगों के खिलाफ भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में दर्ज दो एफआईआर (संख्या 234/2024 और संख्या 202/2024) की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। राजसमंद के माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर जोशी ने आरोप लगाया था कि करोड़ों रुपए की ग्रेनाइट माइंस में 50 प्रतिशत शेयर मंत्री ने छोटे भाई के बेटे और उसकी पत्नी के नाम करवाए थे। इसके बदले 5 करोड़ रुपए देने का वादा किया था। लेकिन, डॉक्युमेंट नाम कराने के बाद रुपए नहीं दिए गए। मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के जज फरजंद अली ने कांग्रेस नेता रामलाल जाट के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए।
जानकारी के अनुसार माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर ने मामले में प्रभावी लोगों के शामिल होने के चलते सीबीआई जांच की मांग की थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई को केस डायरी समेत अन्य डॉक्युमेंट्स लेकर निष्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं। वहीं डिप्टी सॉलिसीटर जनरल मुकेश राजपुरोहित को इस आदेश को सीबीआई अधिकारियों को सूचित करने को कहा है। माइनिंग व्यवसायी राजसमंद के गढ़बोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया था कि वह करेड़ा के रघुनाथपुरा में मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा.लि. नाम से ग्रेनाइट माइंस का काम करता है। माइंस में वह डायरेक्टर और शेयर होल्डर है। इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल और चंद्रकांत शुक्ला के नाम से है। जिस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुआ था, उस समय परमेश्वर श्याम सुंदर और चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपए मांगता था। इसके चलते इन दोनों ने माइंस के 50 प्रतिशत शेयर परमेश्वर और उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम पर कर दिए थे।रिश्तेदारों के नाम करवाए शेयरआरोप है कि बाकी के 50 प्रतिशत शेयर का सौदा श्याम सुंदर और चंद्रकांत ने पूर्व मंत्री रामलाल जाट से कर दिया। रामलाल जाट ने माइंस के शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी और सुरेश जाट के नाम पर करवा दिए। इन शेयर के पैसे पूर्व मंत्री को देने थे। परमेश्वर (माइनिंग कारोबारी) श्याम सुंदर और चंद्रकांत से 5 करोड़ रुपए और मांगता था। इन दोनों ने बकाया 5 करोड़ रुपए शेयर खरीदने वाले रामलाल जाट से लेने के लिए कहा था। आरोप है कि पूर्व मंत्री ने परमेश्वर से शेयर के डॉक्युमेंट ट्रांसफर होते ही 5 करोड़ रुपए देने का वादा किया था। 50 प्रतिशत शेयर मोना और सुरेश के नाम ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद परमेश्वर ने 5 करोड़ रुपए रामलाल जाट से मांगे। पूर्व मंत्री ने इनकार कर दिया। सिर्फ 2 करोड़ रुपए देने का आश्वासन दिया। बाद में वो 2 करोड़ रुपए भी नहीं मिले।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश