भूपेश बघेल बोले- 33 लाख रुपये, मंतूराम केस की पेनड्राइव और कुछ दस्तावेज ले गई ईडी की टीम

दुर्ग/रायपुर, 10 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई के पदुमनगर स्थित घर पर सोमवार को चार गाड़ियों में

पहुंची ईडी ने छापेमारी की। यह जांच करीब 11 घंटे तक चली। टीम के जाने के बाद भूपेश बघेल ने कहा कि 33 लाख रुपये और दस्तावेज ईडी की टीम ले गई है। इसमें मंतूराम केस की पेनड्राइव भी है। भूपेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है और बौखलाहट में ईडी भेजी है। जबरन कार्रवाई की जा रही है। यह सब एक षड्यंत्र का नतीजा है।

भिलाई में ईडी की जांच के बीच 11 घंटे की पूछताछ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल घर से बाहर निकले और कांग्रेसी नेताओं व समर्थकों से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकर्ता भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। दोपहर के वक्त आज ईडी की टीम ने घर के भीतर नोट गिनने वाली मशीन मंगाई थी। करीब एक घंटे के बाद नोट गिनने वाली मशीन को वापस भेज दिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि दबाव में आकर ईडी ने ये कार्रवाई की है, जिस केस में कोर्ट ने उनको बरी कर दिया है उसी को लेकर ये लोग बौखलाए हुए हैं। हमें फंसाने की कोशिश साजिश कर रहे हैं। भूपेश ने भाजपा आरोप लगाते हुए कहा कि उनको जबरन ट्रैप किया जा रहा है, परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है और बौखलाहट में ईडी भेजी है। इसमें कांग्रेस के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। प्रताड़ित किया जा रहा है। ईडी टीम बिना सर्च वारंट के आए थे। उन्हें 7 साल पुराने मामले में क्लीन चिट मिली है। इसलिए अब ये षडयंत्र किया जा रहा है।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित किया। छापे को लेकर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने मुझे विधानसभा जाने से मना किया। मोबाइल मांगा, नहीं दिया तो बात करने से मना किया। अभिषेक सिंह के एक मामले की फाइल थी वो मिली। सोना चांदी नहीं ले गए। 33 लाख रुपये नकद मिला है। हमने इसका हिसाब दिया। पत्नी, बहू और बच्चों बेटे की अलमारी खंगाल ली, लेकिन उनको कुछ मिला। विधानसभा में सवाल पूछना अपराध हो गया है।

बघेल ने कहा कि मैं तो सुबह के वक्त घर में चाय पी रहा था तभी ये लोग आ गए। हमने कहा कि हम आपका ही इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के पास कोई सर्च वारंट तक नहीं था। कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश ईडी के साथ मिलकर रची गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम अरुण साव से ज्यादा विजय शर्मा की चल रही है।

बताया गया कि जिस गाड़ी से नोट गिनने वाली मशीन को वापस भेजा जा रहा था, उस गाड़ी को रोकने की कोशिश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर बहस भी हुई । पुलिस ने किसी तरह से भीड़ को मौके से हटाया और नोट गिनने वाली मशीन जिस गाड़ी में रखी थी उसे वहां से रवाना किया। गाड़ी को रोकने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता गाड़ी के आगे जमीन पर लेट भी गए थे, पुलिस ने कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया।

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हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा

   

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