मप्र के शहडोल में अवैध कोयला खदान धंसी, दंपति की दबने से मौत

शहडोल, 17 फ़रवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश के शहडोल जिलेमें कोयला खदान की मिट्टी धंसने से दंपति की मौत हो गई। यह खदान अवैध तरीके से संचालित की जा रही थी। वहां पर पति-पत्नी कोयला लेने गए थे। हादसा रविवार देर शाम धनगवां गांव में हुआ। पहले खनन माफिया ने इसे छिपाने का प्रयास किया। जब ग्रामीणों ने हंगामा किया, तब यह मामला सामने आया। हादसे की जानकारी पर कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। देर रात जेसीबी की मदद से दोनों शवों को बाहर निकाला गया। शवों का मर्ग कायम करते हुए पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

यह घटना बुढ़ार थाना क्षेत्र की है। बुढ़ार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया कि मामला धनगवां के चुनहा गढ़ई क्षेत्र में कोयले की अवैध खदान चल रही है। यहां पांच मजदूर काम कर रहे थे। इस दाैरान खदान धंस गई। इसमें दबकर दंपति की मौत हो गई। उनकी पहचान ओमकार यादव उर्फ भौतु (40) और उसकी पत्नी पार्वती यादव (36) के रूप में हुई है। दंपति धनगवां के अहिरान मोहल्ला के रहने वाले थे। मृतक की पांच बेटियां ममता यादव (18), रजनी यादव (15), शशि यादव (11), उर्मिला यादव (9) और शिवानी यादव (2) हैं जबकि 6 महीने पहले बेटे रवींद्र यादव की सात साल की उम्र में सांप के काटने से मौत हो गई थी। दोनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया है। पुलिस अधिकारी और प्रशानिक अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया है। फिलहाल, पुलिस पता लगी रही है कि आखिर कौन अवैध तरीके से खदान का संचालन कर रहा था। वहीं तीन अन्य मजदूर-बुदु मिश्रा, रीटू बैगा, कृष्णा यादव को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है। ग्रामीणों ने खदान में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई थी। इस पर अधिकारियों ने जेसीबी से खुदाई कराई। हालांकि, दंपती के अलावा कोई और शव नहीं मिला।

ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी को बताया कि गांव में पिछले कई महीनों से कोयले की अवैध खदानें चल रही हैं। हर दिन कई मजदूर सुरंग के अंदर घुसकर कोयला निकालने का काम करते हैं। इसकी शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों को दी गई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में चल रहीं ऐसी सभी खदानों को बंद करने के निर्देश दिए। इस पर प्रशासनिक अमले ने जेसीबी की मदद से खदानों को बंद करने का काम शुरू कर दिया, जो रातभर चला। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा कि धनगवां गांव में मिट्टी धंसने से दंपति की मौत हुई है। मौके पर अवैध रूप से कोयले की खुदाई की जा रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। अवैध खदानों को बंद करने और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे

   

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