भागलपुर, 27 दिसम्बर (हि.स.)। भारत में उदार आर्थिक नीति के जनक, प्रख्यात अर्थशास्त्री एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के आकस्मिक निधन पर शुक्रवार को भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा के निवास स्थित कांग्रेस के कैम्प कार्यालय में एक शोक सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विधायक श्री शर्मा सहित उपस्थित कांग्रेसजनों ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दो मिनट मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर विधायक श्री शर्मा ने उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनके निधन से भारत ने एक महान अर्थशास्त्री, भारतीय राजनीति में उदारीकरण के जनक को खो दिया है, जिसकी पूर्ति कतई संभव नही है।
उन्होने विभिन्न मंत्रालयों के आर्थिक सलाहकार, प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, भारत के वित्त मंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री के रूप में देश की अविस्मरणीय सेवा की है। उन्होंने अपने अद्धितीय ज्ञान और नेतृत्व क्षमता से भारत की अर्थव्यवस्था को नई उचाईयों पर पहुंचाया। उनके कुशल नेतृत्व के बदौलत ही आज भारत दुनियां की एक आर्थिक रूप से मजबूत राष्ट्र के रूप में स्थापित हुआ है।
अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में उन्होंने मनरेगा, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार जैसी योजनाओं की शुरूआत कर राष्ट्र निर्माण में आम लोगों की भूमिका को सुनिश्चित किया। कांग्रेस पार्टी ने उनके निधन से एक अभिभावक और मार्गदर्शक को सदा के लिए खो दिया है। उन्हें देश में आर्थिक सुधारों के जनक के रूप में सदैव याद किया जायेगा।
उदारीकरण की ऐतिहासिक पहल से लेकर देश के हर वर्ग के उत्थान के लिए उनके प्रयास सदैव याद किये जायेंगे। उनकी सदगी, विनम्रता, कर्मठता और देश के लिए उनके दिये गये योगदान से आने वाली पीढ़ी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सदा पथ प्रदर्शित करता रहेगा। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक शून्यता उत्पन्न हो गई है, जिसकी भारपाई असंभव है।
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर