फलेरिया उन्मूलन और राष्ट्रीय कृमिनाशक दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री सिंघल

फलेरिया उन्मूलन और राष्ट्रीय कृमिनाशन दिवस कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल की तस्वीर।

शोणितपुर (असम), 10 फरवरी (हि.स.)। असम के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल ने सोमवार को ढेकियाजुली में आयोजित एक कार्यक्रम में फलेरिया उन्मूलन के लिए सामूहिक औषधि सेवन अभियान और राष्ट्रीय कृमिनाशक दिवस 2025 के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया। इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने देश के 13 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस अभियान का वर्चुअल उद्घाटन किया। मंत्री सिंघल ने इस कार्यक्रम में ढेकियाजुली के पीएम श्री ढेकियाजुली गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल से भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री सिंघल ने कहा कि यह केवल एक प्रतीकात्मक आयोजन नहीं है, बल्कि एक व्यापक संकल्प है, जो हमारे बच्चों, समाज के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उठाया गया कदम है। इस अभियान के तहत राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 से 19 वर्ष के सभी छात्रों को निःशुल्क कृमिनाशक टैबलेट प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे स्कूल नहीं जाते या स्कूल छोड़ चुके हैं, उन्हें भी इस अभियान के तहत शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृमि संक्रमण आमतौर पर दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए, खुले में शौच न करने, भोजन से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धोने, स्वच्छ पानी पीने, भोजन को ढककर रखने और आसपास की सफाई बनाए रखने पर जोर दिया गया है। उन्होंने सभी से बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की।

उन्होंने कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होता है, जिससे एनीमिया, कुपोषण और पढ़ाई में कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कृमिनाशन बहुत जरूरी है, क्योंकि यह बच्चों को स्वस्थ रखता है और उनकी ऊर्जा एवं एकाग्रता को बढ़ाता है, जिससे वे पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं।

मंत्री सिंघल ने फलेरिया रोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह आज भी राज्य में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बना हुआ है। यह रोग न केवल शारीरिक पीड़ा पहुंचाता है, बल्कि सामाजिक कलंक और आर्थिक कठिनाइयों को भी बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि राज्य के तीन जिलों—तिनसुकिया के हापजान, विश्वनाथ के विश्वनाथ और बिहाली तथा शोणितपुर के रंगापारा ब्लॉक में माइक्रोफाइलेरिया संक्रमण के मामले पाए गए हैं। इन जिलों में 10 फरवरी से 19 फरवरी तक दूसरे चरण का सामूहिक औषधि सेवन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर डाई-एथाइल-कार्बामेजाइन और एल्बेंडाजोल टैबलेट वितरित करेंगे। उन्होंने इन क्षेत्रों के लोगों से अपील की कि वे इस सामूहिक औषधि सेवन अभियान में भाग लेकर फाइलेरिया उन्मूलन मिशन का हिस्सा बनें।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान संचालक डॉ. लक्ष्मणन एस, स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. उमेश फांग्सो, ढेकियाजुली की सम-जिला उपायुक्त द्युतिभा बोरा, स्कूल की छात्राएं, आशा कार्यकर्ता, कई गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय लोग शामिल हुए।

इस कार्यक्रम के बाद, मंत्री सिंघल ने पीएम श्री ढेकियाजुली गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने छात्रों से तनाव मुक्त होकर परीक्षा देने का आग्रह किया। साथ ही, सरकार द्वारा कक्षा 9 में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए वितरित की जा रही साइकिलों का भी वितरण किया।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

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