श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े पुत्र नमल के खिलाफ सरकार ने हाई कोर्ट में अभियोग प्रस्तुत किया

- कृष होटल परियोजना में हुए सात करोड़ रुपये के भारतीय निवेश के दुरुपयोग का आरोप

कोलंबो, 29 जनवरी (हि.स.)। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बड़े पुत्र 38 वर्षीय नमल राजपक्षे के खिलाफ भारतीय निवेश से हेराफेरी के आरोप में सरकार ने कोलंबो हाई कोर्ट में अभियोग प्रस्तुत किया है। श्रीलंका के अटॉर्नी जनरल के अनुसार यह पूरा 'खेल' रग्बी खेल को विकसित करने के नाम पर हुआ। इसमें कृष होटल परियोजना में हुए सात करोड़ रुपये के भारतीय निवेश का दुरुपयोग किया गया।

श्रीलंका के उपाली मीडिया समूह के सिंहली भाषा के समाचार पत्र 'दिवैना' के अनुसार अटॉर्नी जनरल ने 12 साल पहले हुए इस आर्थिक अपराध के दुरुपयोग के आरोप में संसद सदस्य नमल राजपक्षे के खिलाफ कोलंबो हाई कोर्ट में अभियोग प्रस्तुत किया है। इस अभियोग में अटॉर्नी जनरल की ओर से डिप्टी सॉलिसिटर जनरल वासंथा परेरा के हस्ताक्षर हैं। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इससे पहले 2016 में फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष एक मामला दायर किया था। इस मामले में नमल राजपक्षे को संदिग्ध के रूप में नामित किया था। इसी मामले में जून, 2016 में नमल राजपक्षे की गिरफ्तारी भी हुई थी।

नमल राजपक्षे श्रीलंका के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं। कोलंबो वाणिज्यिक जिले के मध्य स्थित कृष होटल परियोजना को निरस्त किया जा चुका है, लेकिन निर्माण कार्य अब भी जारी है। हाल ही में एक अदालत में राहगीरों के लिए खतरे के कारण इस परियोजना की असुरक्षित स्थिति पर सवाल उठाया गया था। इसके बाद अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) सरकार ने कृष परियोजना मामले की दोबारा जांच कराने का आदेश दिया। पुलिस ने नमल राजपक्षे से पूछताछ भी की। इसके एक सप्ताह बाद नमल के छोटे भाई योशिता राजपक्षे को भी इसी तरह के एक संदिग्ध संपत्ति मामले में गिरफ्तार किया गया। उन्हें सोमवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम पर नमल राजपक्षे का कहना है कि मौजूदा सरकार ने उनके परिवार के खिलाफ अभियान शुरू किया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

   

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