पटना, 28 नवंबर (हि.स.)।
भारतीय डाक विभाग की ओर से स्थानीय ज्ञान भवन में तीन दिवसीय बिहार डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। गुरुवार को इस प्रदर्शन का शुभारम्भ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया।
इस मौके पर
राज्यपाल आर्लेकर ने डाक विभाग की इस प्रदर्शनी की सराहना की। उन्होंने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि बिहार की विरासत को समझें तथा पुनः उसी दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि हाल में डाक विभाग की सेवाएं जनमानस के लिए अत्यंत लाभकारी रही हैं और लगभग बहुत सारी सरकारी योजनाओं का लाभ खातों के माध्यम से सीधे लाभार्थी को दी जा रही है, जो कि अति सराहनीय है ।
इससे पहले मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों, फिलाटेलिस्ट, अन्य आगंतुकों का स्वागत किया। उन्हाेंने विभाग की ओर से वर्तमान समय में डाक विभाग की सुविधाओं की चर्चा की तथा थीम एवं उद्देश्यों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि समाज की सेवा के लिए डाक विभाग की प्रतिबद्धता को दाेहराया एवं साथ ही डाक विभाग अपनी सेवा में उत्तरोत्तर सुधार के लिए सदैव तत्पर है।
इस माैके पर मुख्य अतिथि ‘चाणक्य, चन्द्रगुप्त एवं अर्थशास्त्र’ पर विशेष आवरण का विमोचन किया गया। साथ ही उन्हाेंने बिहार के ऋषियों पर पिक्चर पोस्टकार्ड का भी अनावरण किया गया। राज्यपाल ने अनिल कुमार की फिलाटेली पर लिखित 'ग्लाेरी ऑफ बिहार' और 'पाेस्टल
हेरीटेज ऑफ बिहार' नामक पुस्तकों का विमोचन किया। कार्यक्रम में अति विशिष्ट अथिति के रूप में पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पद्म भूषण डॉ सीपी ठाकुर, बिहार संग्रहालय के निदेशक अंजनी कुमार सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी