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गुरुग्राम, 17 फरवरी (हि.स.)। गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने सोमवार को अपना आठवां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गयी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत प्रदर्शन हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को सफलता के नए आयाम स्थापित करने के लिए बधाई दी। आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप यादव, कुलपति प्रो. एसके तोमर, तेजपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. वी.के जैन, कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह, डॉ. अमरजीत कौर ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। तत्पश्चात दर्शकों को विश्वविद्यालय की पिछले आठ वर्षों की उपलब्धियों को डॉक्यूमेंटरी के माध्यम से दिखाया। कुलपति प्रो. एस.के तोमर ने कहा कि विश्वविद्यालय के पास एक महान विरासत है। इसे संरक्षित करने के लिए भविष्य में और अधिक कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
इस मौके पर उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने लिए एक विशेष स्थान स्थापित किया। अब हमारे कंधों पर बड़ी जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें हमें हासिल करना है। हम रुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि पश्चिमी सभ्यता के चलते लुप्त हो रही भारतीय सभ्यता व नैतिकता को बचाकर जरूरी है। इसे जिंदा रखने की जिम्मेदारी युवाओं पर टिकी हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर