हिसार : गीता स्थली के प्रचार से बढ़ा कुरुक्षेत्र का प्रताप, अब यज्ञ कर्म से बनेगा धाम : हरिओम जी महाराज
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- Jan 04, 2025
मंगाली के दादी गौरी मंदिर में यज्ञ सम्राट हरिओम जी महाराज के सानिध्य में हुआ 9 कुण्डीय यज्ञहिसार, 4 जनवरी (हि.स.)। गीता स्थली के रूप में रूप प्रचार प्रसार से कुरुक्षेत्र का प्रताप बढ़ा है लेकिन अब यज्ञ के द्वारा गीता के कर्म के ज्ञान को मूर्त रूप देने का समय आ गया है। आगामी 18 से 27 मार्च तक कुरुक्षेत्र के केशव (थीम) पार्क में होने वाले 1008 कुण्डीय शिव-शक्ति जनकल्याण महायज्ञ इसको धाम बनाने की ओर पहला कदम होगा। जब देश के कौने-कौने से आने वाले हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन ब्रह्म सरोवर में स्नान करके महायज्ञ में आहुतियां डालेंगे तो उनकी कई पीढियां पितृ ऋण से मुक्त होंगी और वे अपने-अपने क्षेत्र में इस धाम के महत्व को बताएंगी तो कुरुक्षेत्र में कुम्भ का नज़ारा भी जल्द देखने को मिलेगा। यह बात जगतगुरु त्रिपुरा पीठाधीश्वर चक्रवर्ती यज्ञ सम्राट पूज्य श्रीश्री 1008 श्री हरिओम जी महाराज ने हरियाणा में निकाली जा रही जागृति यात्रा के तहत शनिवार को मंगाली गांव के दादी गौरी मंदिर में श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कही। गुरु महाराज के सानिध्य में दादी गौरी मंदिर में एक दिवसीय 9 कुण्डीय यज्ञ व दिव्य महा-आरती का आयोजन किया गया। गांव में पहुंचने पर जागृति यात्रा का पुष्पवर्षा व शंखनाद के साथ ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। यज्ञ सम्राट हरिओम जी महाराज ने कहा कि गया के थल में, हरिद्वार के जल में और कुरुक्षेत्र के जल, थल, नभ तीनों में ही मोक्ष की प्राप्ति है। इसीलिए कुरुक्षेत्र की 52 कोस की भूमि में किसी के दाह संस्कार के बाद फूल भी उठाने की जरूरत नहीं पड़ती। इस मोक्ष दायनी धरा के आध्यात्मिक व तीर्थ के महत्व को समझ कर श्रद्धा के साथ लोग यहां आएं न कि केवल पर्यटन की दृष्टि से इस बात की बहुत जरूरत है। यज्ञ के बाद हरिओम जी महाराज ने अपने स्थानीय शिष्यों व अन्य श्रद्धालुओं के साथ मंगाली की सभी पंचायतों में धूमनी व मंत्रोच्चारण सहित परिक्रमा करके ग्रामीणों को कुरुक्षेत्र के 1008 कुण्डीय महायज्ञ के लिए निमंत्रण भी दिया।इस अवसर पर जागृति यात्रा के हिसार मंडल संयोजक ज्योति प्रकाश कौशिक, दादी गौरी मंदिर के प्रधान चंद्रभान, राममेहर जोगी, पवन राजपूत, मास्टर महेन्द्र कौशिक, सुशील कौशिक मंगाली, सुमित्रा मंगाली, माया देवी बिश्नोई, नीरू देवी, दादी गौरी मंदिर के मुख्य पुजारी पुष्कर गर्ग, श्याम मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाश शास्त्री, शनि मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित श्रद्धानाथ, बलराज सिंह, रविंद्र बिश्नोई, कन्हैया सिंह, योगेश कांटीवाल, डॉ. वीरेंद्र कौशिक, अशोक लाम्बा, सत्यनारायण चेयरमैन, अमित शर्मा, पवन सैनी, श्रवण सैन, गुलाब सिंह, सुनील कुमार, सुरेश शिल्ला आदि भी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर