हिमाचल में दो साल में 1376 किमी सड़कों और 116 पुलों का हुआ निर्माण

शिमला, 09 फ़रवरी (हि.स.)। प्रदेश सरकार अधोसंरचना विकास को प्राथमिकता देते हुए सड़क और पुल निर्माण के जरिए कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है। पिछले दो वर्षों में राज्य में 1376 किलोमीटर सड़कों और 119 किलोमीटर क्रॉस ड्रेनेज का निर्माण पूरा किया गया है। इसके साथ ही 1741 किलोमीटर सड़कों की टारिंग कर उन्हें दुरुस्त किया गया है। इन विकास कार्यों से प्रदेश के लोगों को न केवल सुगम यातायात की सुविधा मिली है, बल्कि अन्य आवश्यक सेवाओं तक उनकी पहुंच भी आसान हुई है। एक सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को ये जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि राज्य के दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में अधोसंरचना के विस्तार के तहत 116 नए पुलों का निर्माण किया गया है। इससे उन ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत मिली है, जहां बरसात और अन्य मौसम संबंधी समस्याओं के कारण आवागमन बाधित होता था। इसके अलावा 61 गांवों को सड़क नेटवर्क से जोड़ने का काम पूरा किया गया है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सामाजिक समृद्धि को बल मिल रहा है।

शिमला को मिलेगी सुरंग की सौगात

प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार की कनेक्टिविटी को और अधिक सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता राजधानी शिमला में भी दिखाई दे रही है। सरकार की महत्वाकांक्षी 890 मीटर लंबी डबल लेन सुरंग परियोजना विकास की नई इबारत लिखने जा रही है। अत्याधुनिक तकनीक से बनाई जा रही यह सुरंग नवबहार से सर्कुलर रोड तक यातायात को सुगम बनाएगी और शहर में ट्रैफिक दबाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस परियोजना की कुल लागत 295 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है, जिसमें से 100 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया जा चुका है।

प्रवक्ता ने आगे कहा कि राज्य सरकार के ये प्रयास लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और भौगोलिक दूरियों को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। सड़क नेटवर्क के मजबूत होने से स्वास्थ्य सुविधाओं, शिक्षा, व्यापार और पर्यटन क्षेत्रों तक पहुंच आसान हुई है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है, बल्कि रोजगार और समृद्धि के नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार अधोसंरचना विकास के जरिए राज्य को नए विकास पथ पर अग्रसर करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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