बिजली बोर्ड ने कर्मचारियों के प्रदर्शन को बताया अनुचित

शिमला, 10 फ़रवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड लिमिटेड के प्रवक्ता ने कर्मचारियों द्वारा काले बिल्ले लगाकर किए जा रहे प्रदर्शन को अनुचित करार दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बोर्ड ने किसी भी पद को समाप्त नहीं किया है, बल्कि केवल गैर-जरूरी पदों का समायोजन किया गया है।

प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि कुछ लोग कर्मचारियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि किसी भी पद को समाप्त नहीं किया गया है और न ही ऐसी कोई योजना है। यदि किसी पद को खत्म किया गया है, तो कर्मचारी नेता इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन प्रस्तुत करें।

उन्होंने यह भी बताया कि बिजली बोर्ड की ऊहल बिजली परियोजना की एक यूनिट ने बिजली उत्पादन शुरू कर दिया है और जल्द ही अन्य दो यूनिट भी उत्पादन शुरू कर देंगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि बोर्ड को कर्मचारियों की आवश्यकता है और पद समाप्त करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता।

नई भर्तियों की संभावना

प्रवक्ता ने कहा कि ऊहल परियोजना बोर्ड के लिए आर्थिक मजबूती का स्रोत बनेगी। इसके लिए एक नया मंडल तथा अन्य पदों का सृजन कर कर्मचारियों का समायोजन किया गया है। साथ ही, बोर्ड की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आने वाले समय में नई भर्तियां भी की जाएंगी।

प्रदेश में विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए फील्ड स्टाफ, विशेषकर टी-मेट की जरूरत है। जल्द ही बोर्ड में टी-मेट सहित अन्य फील्ड स्टाफ की भर्ती की जाएगी ताकि प्रदेशवासियों को बेहतर बिजली सेवाएं मिल सकें।

अनावश्यक खर्चों में कटौती जरूरी

बिजली बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जनता को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराना है। इसके लिए रेगुलेटरी कमीशन लगातार बोर्ड को अनावश्यक खर्चों में कटौती करने के निर्देश दे रहा है। गैर-जरूरी खर्चों को कम करने से भविष्य में प्रदेशवासियों को सस्ती बिजली मिल सकेगी, जिससे राज्य का समग्र विकास संभव होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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