अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ भगवान बुद्ध त्रिनेत्र सेवा अभियान शुरू करेगा

- नेपाल के लुम्बिनी से श्रीलंका के गॉल तक एक अनोखा मोटरसाइकिल अभियान

- पूर्व राष्ट्रपति कोविन्द 25 फरवरी को बोधगया से अभियान को दिखाएंगे हरी झंडी

नई दिल्ली, 7 फरवरी (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) ऐतिहासिक भगवान बुद्ध त्रिनेत्र सेवा अभियान शुरू करेगा। यह सहयोगात्मक पहल भारत, नेपाल और श्रीलंका की सशस्त्र सेनाओं को आईबीसी के साथ साझेदारी में लुम्बिनी, नेपाल (भगवान बुद्ध की जन्मस्थली) से श्रीलंका के गॉल तक एक अनोखा मोटरसाइकिल अभियान शुरू करने के लिए एक साथ लाती है। तीनों देशों के रक्षाकर्मियों वाला यह अभियान प्रमुख बौद्ध विरासत स्थलों से होकर गुजरेगा, जो बौद्ध धर्म के ऐतिहासिक प्रसार का प्रतीक है और इन देशों के बीच साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करता है।

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि अभियान के प्राथमिक उद्देश्यों में शांति और सद्भाव, पर्यटन तथा पर्यावरण जागरुकता बढ़ाना और सबसे महत्वपूर्ण रूप से भारत, नेपाल और श्रीलंका के बीच गहरे संबंधों का जश्न मनाना शामिल है। अभियान के भारतीय चैप्टर के आयोजन भागीदार के रूप में आईबीसी प्रतिभागियों को सारनाथ, बोधगया, नालंदा, नागार्जुन सागर (आंध्र प्रदेश) और उदयगिरि (ओडिशा) जैसे महत्वपूर्ण बौद्ध स्थलों के माध्यम से मार्गदर्शन करेगा। अभियान को औपचारिक रूप से भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द द्वारा 19 फरवरी 2025 को बौद्ध स्थल के रूप में प्रतिष्ठित बोधगया से हरी झंडी दिखाई जाएगी। श्रीलंका पहुंचने पर अभियान को 5 मार्च 2025 को जाफना में श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या द्वारा औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाई जाएगी, जो बुद्ध की शिक्षाओं से बंधे तीन देशों की एक महत्वपूर्ण यात्रा का समापन होगा।

-----------

हिन्दुस्थान समाचार / दधिबल यादव

   

सम्बंधित खबर