गुवाहाटी, 06 जनवरी (हि.स.)। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने आज राजधानी के एक निजी होटल में अपने 78वें स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया। यह अवसर देशभर में गुणवत्ता मानकों को स्थापित और बढ़ावा देने में बीआईएस के सतत प्रयासों को दर्शाता है, जो उत्पादों और सेवाओं की सुरक्षा, विश्वसनीयता और उत्कृष्टता सुनिश्चित करता है।
इस आयोजन में प्रमुख हितधारकों, गणमान्य व्यक्तियों, उद्योग जगत के प्रमुखों और बीआईएस अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में तकनीकी प्रस्तुतियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम और मुख्य भाषण शामिल थे, जो आधुनिक उद्योगों और उपभोक्ता कल्याण में मानकों के महत्व को रेखांकित करते हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन बीआईएस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (ईस्ट), अनुज स्वरूप भटनागर के संबोधन से हुआ। उन्होंने बीआईएस की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में भूमिका पर प्रकाश डाला। गुवाहाटी बीआईएस के निदेशक और प्रमुख, शौविक चंदा ने स्वागत भाषण में क्षेत्र में बीआईएस के योगदान और मानकीकरण प्रयासों की प्रगति पर चर्चा की।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों की सचिव अनुसूइया दत्त बरुवा ने मुख्य अतिथि के रूप में उपभोक्ता कल्याण और बीआईएस की भूमिका पर जोर दिया। तपन डेका, एडीसी, डीकॉक ने गुणवत्ता मानकों के उद्योग विकास और व्यापार को बढ़ावा देने में योगदान पर अपनी बात रखी।
बीआईएस के जॉइंट डायरेक्टर, लैमसुआनलुन टोंसिंग ने ब्यूरो की दृष्टि, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रस्तुति दी। वहीं, उद्योग विशेषज्ञ नीरज जांगरा और सुभीर मजूमदार ने गुणवत्ता मानकों की आवश्यकता और उनके औद्योगिक लाभ पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर गोपाल बोड़ो उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने 'मानक गीत' की प्रस्तुति दी, जो गुणवत्ता और मानकों के महत्व को संगीत के माध्यम से दर्शाता है।
कार्यक्रम का समापन बीआईएस की वैज्ञानिक-डी थेचानो सी ओवुंग के धन्यवाद् ज्ञापन के साथ हुआ। इस आयोजन ने भारत में गुणवत्ता और मानकों की संस्कृति को बढ़ावा देने की बीआईएस की प्रतिबद्धता को दोहराया।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश