14 महीने के सबसे निचले स्तर पर आया लिस्टेड भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप, 2 महीने में 1.15 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट
- Admin Admin
- Feb 14, 2025
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नई दिल्ली, 14 फ़रवरी (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी गिरावट के कारण स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपीटलाइजेशन पिछले 14 महीने में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के स्तर से नीचे आ गया है। फिलहाल भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप 3.99 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर है, जो 4 दिसंबर 2023 के बाद का सबसे निचला स्तर है। इसके पहले दिसंबर 2024 के मध्य में भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप 5.14 ट्रिलियन डॉलर के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच गया था। इस तरह से 2 महीने की अवधि में ही इन कंपनियों के मार्केट कैप में 1.15 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट आ गई है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक साल 2025 में दुनिया भर के प्रमुख बाजारों में सबसे अधिक गिरावट दुनिया के पांचवें सबसे बड़े स्टॉक मार्केट यानी इंडियन स्टॉक मार्केट में लिस्टेड भारतीय कंपनियों के मार्केट कैप में ही दर्ज की गई है। इन कंपनियों के मार्केट कैप में इस साल 18.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। मार्केट कैप में गिरावट के लिहाज से जिम्बॉब्वे दूसरे स्थान पर है। इसके मार्केट कैप में 18.30 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं, तीसरे स्थान पर आइसलैंड है, जिसका मार्केट कैप 18 प्रतिशत कम हुआ है।
अगर दुनिया के दूसरे बड़े स्टॉक मार्केट्स की बात की जाए, तो अमेरिका के मार्केट कैप में इस साल 3 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं, चीन और जापान दोनों देशों के मार्केट कैप में 2.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा हांगकांग का मार्केट कैप 1.20 प्रतिशत, कनाडा का मार्केट कैप 7.20 प्रतिशत, यूके का मार्केट कैप 7.10 प्रतिशत और फ्रांस का मार्केट कैप 9.90 प्रतिशत बढ़ा है।
जानकारों को कहना है कि इंडियन स्टॉक मार्केट में लिस्टेड भारतीय कंपनियों के मार्केट कैप में आई गिरावट की सबसे बड़ी वजह पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार में लगातार जारी बिकवाली और डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत में आई कमजोरी है। इस साल अभी तक रुपये की कीमत में डॉलर की तुलना में 1.5 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की जा चुकी है। इसी तरह सेंसेक्स और निफ्टी में भी इस साल 2.6 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा छोटे और मंझोले शेयर भी जबरदस्त गिरावट का शिकार हुए हैं। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स इस अवधि में 12 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 15 प्रतिशत तक टूट गया है। इस जोरदार गिरावट की वजह से ही भारतीय कंपनियों का मार्केट कैप गिरकर 3.99 ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है।
इस संबंध में धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि साल 2025 में हाई वैल्यूएशन और लो इनकम ने स्टॉक मार्केट में घरेलू कंपनियों के प्रदर्शन पर काफी बुरा असर डाला है। इसके साथ ही कंपनियों की ग्रोथ में आई गिरावट और प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों के कारण विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजार में लगातार बिकवाली की है। अभी तक विदेशी निवेशक भारतीय स्टॉक मार्केट से 1 हजार करोड़ डॉलर से अधिक की निकासी कर चुके हैं। विदेशी निवेशकों की इस बिकवाली के कारण बाजार पर लगातार दबाव बना रहा। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ वॉर शुरू करने की वजह से भी बाजार पर दबाव बना। हालांकि प्रशांत धामी का कहना है कि स्टॉक मार्केट में आई गिरावट और भारतीय कंपनियों के मार्केट कैप में हुई कमी अधिक दिन तक जारी नहीं रहेगी। इसके अलावा घरेलू शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की वापसी भी जल्दी ही शुरू हो सकती है। ऐसा होने पर भारतीय कंपनियों के मार्केट कैप में दोबारा तेजी आ सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक