जयपुर बुकमार्क 2025: जबर्दस्त लाइन-अप के साथ वापस आ रहा है दक्षिण एशिया का प्रीमियर पब्लिशिंग कॉन्क्लेव

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 के 18वें एडिशन के वक्ताओं की पहली सूची की घोषणा

जयपुर, 2 जनवरी (हि.स.)। अनुवाद एवं अधिकारों (ट्रांसलेशन एंड राइट्स) पर फोकस करते हुए जयपुर बुकमार्क (जेबीएम) लगातार 12वें साल दक्षिण एशिया में प्रकाशन के अग्रणी प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार है। 30 जनवरी से 3 फरवरी 2025 तक जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ-साथ चलने वाला जेबीएम कई तरह के जीवंत विमर्श का केंद्र बनेगा। यह सम्मेलन अनुवाद की ताकत एवं क्षमता को खुलकर सभी के समक्ष रखेगा। साथ ही इस दौरान एक व्यापक राइट्स कैटलॉग भी जारी किया जाएगा । जिसे वार्षिक आधार पर तैयार किया जाता है। इसमें 31 प्रमुख प्रकाशकों द्वारा 10 भारतीय भाषाओं की 51 रचनाओं को शामिल किया गया है। सम्मेलन के दौरान ‘प्रकाशन के क्षेत्र में एआई’, ‘गेम्स के माध्यम से कहानी कहने के नए तरीके’ और ‘बच्चों की पुस्तकों में समावेश की समझ’ जैसे विषय सामने आएंगे। इस क्षेत्र से जुड़े अग्रणी लोग, लेखक, अनुवादक एवं प्रकाशक इस दौरान मंच साझा करते हुए अपने विचार रखेंगे और आपसी गठजोड़ को बढ़ावा देंगे।

जेबीएम ने रॉयल नॉर्वे एंबेसी को अपना कंट्री पार्टनर बनाने की घोषणा की है। वैश्विक प्रकाशन की दुनिया में अनुवाद की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने कहा, ‘एक दशक से भी अधिक समय पहले जयपुर बुकमार्क की शुरुआत से ही नॉर्वे इसके साथ कंट्री पार्टनर के रूप में जुड़ा है। इसके संस्थापक भागीदार के रूप में हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि किस तरह से प्रकाशकों का यह फोरम आगे बढ़ा है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से इसका एकीकरण भी शानदार है। प्रकाशन उद्योग एवं अनुवाद पर जेबीएम का फोकस साहित्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। हम जेबीएम को शुभकामनाएं देते हैं और 2025 के आयोजन के लिए उत्साहित हैं।’

इस कॉन्क्लेव की शुरुआत ‘ग्रीन शूट्स ऑफ बिग आइडियाज’ से होगी, जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता एस्थर डुफ्लो उपस्थित रहेंगी। वह बच्चों के लिए अर्थव्यवस्था पर लेखन के बारे में बात करेंगी, जिससे एक समृद्ध चर्चा की नींव पड़ेगी।

इस साल जेबीएम में तमिल प्रकाशन पर विशेष प्रकाश डाला जाएगा। इसमें तमिल साहित्य की प्रतिष्ठित एवं उभरती आवाजों को समर्पित करते हुए एक सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इसकी समृद्ध विरासत एवं वैश्विक स्तर पर इसके प्रभाव पर बात होगी। प्रमुख तमिल विद्वान ए. आर. वेंकटचेलापति इस सत्र को संबोधित करेंगे। उनके संबोधन के बाद ‘कलाचवदु टर्न्स 30’ के माध्यम से कलाचवदु पब्लिकेशंस के सम्मान में सत्र आयोजित किया जाएगा। इसमें इस पब्लिशिंग हाउस की विरासत एवं वैश्विक स्तर पर इसके प्रभाव पर बात होगी।

अन्य सत्रों में हार्पर कोलिंस के सीईओ ब्रायन मुरे के साथ ‘स्कैनिंग द होराइजन’, ‘रूट्स एंड द विंग्स’, ‘पुटिया कतरू: द फ्रेश ब्रीज इन तमिल पब्लिशिंग’, ‘पर्सपेक्टिव्स ऑन प्रैक्टिस: ट्रांसलेटर्स इन कन्वर्जेशन’ जैसे सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें दुनियाभर के प्रकाशकों की समृद्ध विरासत एवं बारीकियों पर विमर्श होगा। हम फिल्म निर्माता, उद्यमी और गेम क्रिएटर आनंद गांधी और प्रसिद्ध अभिनेता एवं सह-निर्माता विनय शुक्ला के साथ न्यू मीडिया - न्यू नैरेटिव स्फीयर्स सत्र में साहित्यिक दुनिया पर इनके प्रभाव को समझने के लिए कहानियों को नए तरीके से सामने रखने वाले शैसन जैसे गेम्स के बारे में विमर्श करते हुए एक नई दुनिया में कदम रखेंगे।

इनके साथ-साथ ‘बच्चों के लिए प्रकाशन में समावेश’ जैसे विषयों पर चर्चा से युवा पाठकों के लिए विविधता से पूर्ण एवं सहजता से उनकी पहुंच में आ सकने वाले कंटेंट के बारे में तथ्य सामने आएंगे। इससे उन आवाजों को प्रमुखता से सामने आने का मौका मिलेगा, जिनसे इसके आयामों को समझने में मदद मिलेगी।

इंटरनेशनल पब्लिशिंग राउंडटेबल, एडिटर्स राउंड टेबल और रिटेलर्स राउंड टेबल से विभिन्न चुनौतियों को लेकर लोगों को साथ आने का मौका मिलेगा। राइट्स मैनेजर्स की बढ़ती भूमिका से लेकर थ्रिलर्स के प्रकाशन को समझने, हिंदी भाषा की गतिशीलता और पैशन प्रोजेक्ट के प्रकाशन तक जेबीएम 2025 में कई आकर्षक विषयों पर बात होगी।

राइट्स कैटलॉग में भारत में व वैश्विक स्तर पर फिल्म, ओटीटी, ऑडियोबुक एवं ई बुक जैसे विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर राइट्स बेचने या एक्सचेंज करने जैसी संभावनाओं पर बात की गई है। प्रत्येक शीर्षक के बारे में एक कवर थंबनेल, बुक ब्लर्ब, ऑथर/ट्रांसलेटर प्रोफाइल्स, पेजिनेशन एवं मौजूदा राइट्स की स्थिति के साथ विस्तार से बताया गया है, जिससे यह भारतीय साहित्य को वैश्विक बाजार से जोड़ने का अहम माध्यम बनकर सामने आएगा।

कॉन्क्लेव का समापन होने तक रिटेलर्स राउंड टेबल, इंडियन लैंग्वेज पब्लिशर्स राउंड टेबल और फेस्टिवल डायरेक्टर्स राउंड टेबल के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा कि इसमें उपस्थित लोग नई जानकारियों एवं नए संपर्कों से लैस होकर जाएं।

लेखिका एवं जयपुर बुकमार्क की डायरेक्टर नमिता गोखले ने कहा, ‘जयपुर बुकमार्क का 2025 संस्करण प्रकाशन की दुनिया के स्थानीय एवं वैश्विक दोनों पहलुओं को समेटेगा। यह नई संभावनाएं खोलेगा और पुस्तकों के कारोबार एवं बदलती टेक्नोलॉजी व नेटवर्क से जुड़े नए तथ्य प्रदान करेगा।’

टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय के. रॉय ने कहा, ‘जेबीएम प्रकाशन उद्योग के लिए अहम प्लेटफॉर्म बनकर सामने आया है, जहां इस सेक्टर की चुनौतियों एवं इसे आकार देने वाले इनोवेशंस पर चर्चा होती है। इस साल का आयोजन सार्थक संवाद को बढ़ावा देने, विविधतापूर्ण संवाद का उत्सव मनाने और प्रकाशन उद्योग में बदलाव को गति देने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।’

इस आयोजन के बारे में अपने विचार साझा करते हुए जयपुर बुकमार्क की डायरेक्टर मनीषा चौधरी ने कहा, ‘गहन विचार के साथ तैयार जेबीएम 2025 का कार्यक्रम प्रकाशन उद्योग की बदलती एवं गतिशील प्रकृति को दर्शाता है। उभरते ट्रेंड, कहानी कहने के नए तरीकों, भारतीय भाषाओं में प्रकाशन की जीवंत दुनिया और वैश्विक स्तर पर इस उद्योग पर टेक्नोलॉजी के प्रभाव जैसे विषयों को समाहित करते सत्र सभी प्रतिभागियों के लिए इस साल के आयोजन को प्रेरक बनाएंगे।’

इस साल कॉन्क्लेव में एस्थर डुफ्लो, ब्रायन मुरे, आनंद गांधी, कन्नन सुंदरम, नोरा मरक्यूरियो, मेरु गोखले, अशोक माहेश्वरी, जॉन पेडरसन, रोजर हाईफील्ड एवं टिफनी गसौक समेत कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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