जवाहर कला केन्द्र : एक और हादसा होने का ना करें इंतजार, राह देख रहा है परिवार 

जयपुर, 15 जनवरी (हि.स.)। जवाहर कला केंद्र में बुधवार को सड़क सुरक्षा माह-2025 के तहत नाटक 'एक और हादसा' का मंचन किया गया। वरिष्ठ नाट्य निर्देशक नरेन्द्र अरोड़ा के निर्देशन में एकजुट संस्था के कलाकारों ने सड़क दुर्घटनाओं के कारणों और पीड़ित परिवारों के दर्द को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। नाटक ने यह सवाल उठाया कि सड़क पर लापरवाही कब तक जारी रहेगी और क्यों हम एक और हादसे का इंतजार करते हैं? गुरुवार को इस नाटक का दोबारा मंचन प्रातः 11 बजे विद्यार्थियों और शाम 6:30 बजे आमजन के लिए होगा।

नरेन्द्र अरोड़ा ने बताया कि इस नाटक की स्क्रिप्ट सड़क हादसों में अपनों को खोने वाले 80 परिवारों से बात करने और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है। नाटक के दौरान स्क्रीन पर इन परिवारों की आपबीती भी दर्शकों के सामने झलकी। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में चालकों की गलती के साथ एक अप्रत्यक्ष कारण भी होता है, जिसकी पड़ताल और निवारण पर यह नाटक प्रकाश डालता है।

नाटक का मंच एक आलीशान रिजॉर्ट के कॉन्फ्रेंस रूम के रूप में तैयार किया गया। स्क्रीन पर प्रोजेक्टेड लाल रंग के पोस्टर ने दर्शकों का ध्यान खींचा, जिसमें हादसा पीड़ितों की चीखें छिपी थीं। रिजॉर्ट में जश्न के माहौल के बीच, यह खुलासा होता है कि पास के ब्रिज के टूटने से मेहमान वापस नहीं जा सकते। होस्ट एक खास खेल शुरू करता है, जिसे उसके पिता, जो जज रहे थे, के लिए तैयार किया गया था।

खेल में रिस्ट बैंड की मदद से सच और झूठ का पर्दाफाश किया गया। अंततः यह संदेश दिया गया कि सड़क पर लापरवाही अमीर-गरीब, खास-आम में भेद नहीं करती। झूठ बोलना हत्या या आत्महत्या के समान है और अधूरा सच कहना किसी को भ्रमित कर आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। यह सभी अक्षम्य और दंडनीय कृत्य हैं।

योगेन्द्र सिंह, मोहन सैनी, मोइनुद्दीन खान, अभिषेक चौधरी, अभिषेक सैन, अंकित शर्मा, साक्षी, प्रेरणा और प्रियांशु ने विभिन्न किरदार निभाए। प्रकाश संयोजन राजीव मिश्रा ने संभाला, जबकि संगीत संयोजन गौरव गौतम और विमल मीणा ने किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

सम्बंधित खबर