उपराज्यपाल ने दर्शनी देवड़ी, बाणगंगा और अर्धकुंवारी में तीर्थयात्रियों की सुविधाओं का किया उद्घाटन

उपराज्यपाल ने दर्शनी देवड़ी, बाणगंगा और अधकुवारी में तीर्थयात्रियों के लिए केन्द्रित सुविधाओं का किया उद्घाटन


जम्मू, 06 मार्च । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को राजभवन में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) की 74वीं बैठक की अध्यक्षता की। बोर्ड की बैठक में पिछले निर्णयों की व्यापक समीक्षा की गई और तीर्थयात्रियों की सेवाओं को बढ़ाने के लिए कई नए निर्णय लिए गए। इसके बाद उपराज्यपाल ने दर्शनी ड्योढ़ी, बाणगंगा में कतार परिसर और अर्धकुंवारी में होल्डिंग एरिया सहित कई तीर्थयात्री-केंद्रित सुविधाओं का उद्घाटन किया।

उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में नई और चल रही परियोजनाओं के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जैसे भवन में एक्जिट ट्रैक का निर्माण और मनोकामना क्षेत्र का पुनर्निर्माण (भवन क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान का एक हिस्सा), कटरा के हट्ट गांव में श्रीशिव खोरी श्राइन बोर्ड के सहयोग से हेलीपैड का विकास, भवन में नया वैष्णवी भवन, खेल स्टेडियम के पास कॉटेज, कटरा, सांझीछत से भवन तक यात्रा ट्रैक का चौड़ीकरण और ककरयाल में बोर्ड के मेडिकल कॉलेज का संचालन। इसके अलावा वर्ष 2019 में यात्री रोपवे की स्थापना के बाद भैरों जी मंदिर में आने वाले लोगों की संख्या को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने एक कुशल कतार प्रबंधन प्रणाली के कार्यान्वयन, लॉकर सुविधाओं और अतिरिक्त शौचालयों के प्रावधान सहित प्रमुख चिंताओं को दूर करने के लिए भैरों जी मंदिर परिसर के पुनर्विकास पर सहमति जताई।

बोर्ड ने दुकान लाइसेंसधारियों के साथ लंबे समय से चल रहे मुकदमों को निपटाने के लिए एक माफी योजना को मंजूरी दी। बैठक में चालू वर्ष के लिए बोर्ड की वार्षिक हरित योजना के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की गई और वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक हरित योजना को मंजूरी दी गई। उपराज्यपाल ने सीईओ एसएमवीडीएसबी को निर्देश दिया कि वे श्राइन बोर्ड के परिसर में मौजूदा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का गहन मूल्यांकन करें, ताकि उत्पन्न सीवेज को संभालने में उनकी पर्याप्तता का आकलन किया जा सके और एसटीपी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय किए जा सकें।

बोर्ड ने गुरुकुल, अस्पताल, खेल परिसर, नर्सिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज सहित एसएमवीडी चौरिटेबल सोसाइटी के संस्थानों का मूल्यांकन किया और उनके कामकाज का समर्थन करने के लिए अनुदान और वित्तीय सहायता को मंजूरी दी। बोर्ड ने स्थानीय हितधारकों के सहयोग से शंकराचार्य मंदिर परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए कई उपायों पर भी चर्चा की। बोर्ड ने पाया कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में भक्तों की लगातार वृद्धि देखी गई है और लगातार तीसरे वर्ष वार्षिक तीर्थयात्रा 90 लाख से अधिक हो गई है जो पिछले साल 95 लाख तक पहुंच गई थी। बैठक के बाद उपराज्यपाल ने दर्शनी ड्योढ़ी, बाणगंगा में कतार परिसर और अर्धकुंवारी में होल्डिंग एरिया सहित कई तीर्थयात्री-केंद्रित सुविधाओं का उद्घाटन किया।

   

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