मौलाना फजलुर रहमान का खुलासा, पीटीआई और जेयूआईएफ में मतभेद पैदा कराने की हुई कोशिश

इस्लामाबाद, 14 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी नेता जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआईएफ) के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने खुलासा किया कि उनकी पार्टी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बीच कई बार मतभेद पैदा करने की कोशिश की गई। समूचे विपक्ष को विभाजित करने का प्रयास किया गया। संघीय सरकार को बचाने के लिए राजनीतिक खेल खेला गया।

द न्यूज इंटरनेशनल समाचार पत्र के अनुसार, मौलाना फजलुर रहमान ने प्रमुख पत्रकारों से यहां गुरुवार को बातचीत में यह दावा करते हुए अपने 'धोखाधड़ी वाले चुनाव' के पुराने आरोपों को दोहराया। उन्होंने कहा कि शहबाज सरकार 'डमी सरकार' है। ऐसे सरकार के प्रतिनिधि अवाम का सामना नहीं कर सकते। लोग जनाधारहीन सरकारों पर भरोसा नहीं करते। जेयूआईएफ प्रमुख ने पाकिस्तान की चुनावी प्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को सिर्फ औपचारिकता के लिए कतारों में खड़ा किया जाता है। मतपेटियों से तो वही निकलता है जो 'कुछ लोग' चाहते हैं। इसलिए वह ऐसी सरकार के सामने कभी नहीं झुकेंगे।

उन्होंने कहा कि ईमानदार नेताओं को तमाम गलत तरीकों से मुख्यधारा की राजनीति से बाहर किया जा रहा है। संसद सिर्फ दिखावे के लिए है। लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को अप्रासंगिक किया गया तो स्थिति और खराब हो जाएगी। मौलाना ने आरोप लगाया कि बलूचिस्तान में उपचुनाव में जमकर धांधली की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद

   

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