नारनौलः सदियों से मानवता का मार्गदर्शन करती आई गीताः पूजा वशिष्ठ

नारनाैल, 10 दिसंबर (हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के तहत आईटीआई मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में मंगलवार को पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची। उन्होंने प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के बाद अवलोकन किया। गीता पूजन एवं हवन के बाद उन्होंने आज के सेमिनार का शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद कुमार शर्मा भी मौजूद रहे।

सेमिनार को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता सदियों से मानवता का मार्गदर्शन करती आई है। अध्यात्म और जीवन दर्शन से जुड़ा यह महान ग्रंथ हर युग में पथ प्रदर्शक बना रहेगा। कुरुक्षेत्र से भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया जो आज भी दुनिया को राह दिखा रहा है।

उन्होंने कहा कि गीता निष्काम भाव से कर्म करने की सीख देती है। पुलिस के काम में भी भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कर्म करने का संदेश सहायता करता है। धर्म की स्थापना के लिए कई बार पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ती है लेकिन इरादा हमेशा समाज हित रहता है। गीता यही सिखाती है कि अगर आप सही इरादे को लेकर कर्म करेंगे तो कभी परेशानी नहीं आती। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्‍वरीय विश्‍वविद्यालय से स्नेह दीदी ने अपने व्याख्यान में कहा कि पांच हजार साल पहले श्रीमद् भागवत गीता के ज्ञान की आवश्यकता थी तो आज हमें उससे कहीं अधिक गीता ज्ञान की आवश्यकता है। हम सबको रोज श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन करना चाहिए। हमारे जीवन में हर रोज कोई न कोई समस्या हमारे सामने खड़ी होती है उस समस्या का समाधान गीता में समाहित है। हर समस्या के समाधान के लिए तथा हर चुनौती को स्वीकार करने के लिए हमें श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन करना बहुत जरूरी है। गीता का ज्ञान एक संजीवनी बूटी है जिसको पढ़ने से और सुनने से आत्मा को बहुत ताकत प्राप्त होती है। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाकर अपनी सेवाएं दी। इस मौके पर नारनौल के एसडीएम डॉ जितेंद्र सिंह के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला

   

सम्बंधित खबर