नारनौलः परंपरागत खेती की बजाय बागवानी करें किसानः डॉ आनंद कुमार

-एकीकृत बागवानी विकास मिशन को लेकर बैठक आयोजित

नारनाैल, 8 जनवरी (हि.स.)। महेंद्रगढ़ जिले की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां पर बागवानी के क्षेत्र में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। हरियाणा सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक किसान परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी की तरफ आगे बढ़ें ताकि उनकी आय में वृद्धि हो। ऐसे में वर्ष 2024-25 के लिए सरकार ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसे तय समय में पूरा किया जाए। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई के अध्यक्ष डॉ आनंद कुमार शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को एमआईडीएच योजना के तहत वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बुलाई गई बैठक में दिए।

बैठक में जिला उद्यान अधिकारी-कम-सदस्य सचिव डॉ प्रेम कुमार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना के तहत वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति के बारे में विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में नए बाग लगाने, बागों के रख-रखाव, हाइब्रिड सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन इकाई, मधुमक्खी पालन, मशीनीकरण, संरक्षित खेती एवं पोस्ट हारर्वेस्ट इत्यादि मदों में किसानों को लाभांवित किया गया।

जिला उद्यान अधिकारी ने वर्ष 2024-25 के तहत एमआईडीएच की वार्षिक कार्य योजना अनुमोदन के लिए प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस वर्ष एमआईडीएच स्कीम की विभिन्न मदों में दो करोड़ 7 लाख रूपए का वित्तीय लक्ष्य प्राप्त हुआ है जो कि मुख्य रूप से नया पौधा रोपण, बागों के रख-रखाव, संरक्षित खेती, मशीनीकरण, पैक हाऊस, प्याज भण्डारण कक्ष, लूस फलावर, मसालेदार सब्जियां, सब्जी बीज उत्पादन एवं मशरूम उत्पादन इकाई आदि मदों पर खर्च किया जाएगा।

अतिरिक्त उपायुक्त ने निर्देश दिए कि वर्ष 2024-25 के लक्ष्यों की प्रप्ति समय रहते प्राप्त करना सुनिश्चित करें तथा किसानों को योजना की विस्तृत जानकारी देने बारे खण्ड स्तर पर कुछ गांवों का चुनाव कर के योजनाओं का क्रियान्वन करें व जागरूकता अभियान में अग्रणी किसानों को शामिल करते हुए प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानी का प्रचार प्रसार करें ताकि बागवानी के तहत विविधिकरण को बढ़ावा दिया जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्याम सुंदर शुक्ला

   

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