स्वास्थ्य सेवाएं देश के हर नागरिक का मूलभूत अधिकार :नरसी राम बिश्नोई

सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में मुख्य वक्ता डा. सुचिन बजाज को सम्मानित करते कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई।

हिसार, 7 फरवरी (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं देश के हर नागरिक

की केवल जरूरत नहीं, बल्कि मूलभूत अधिकार हैं। भारत की स्वास्थ्य सेवाओं तथा इको सिस्टम

को मजबूत बनाने के लिए चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, योजनाकारों, उद्यमियों तथा शैक्षणिक

संस्थानों को मिलकर गंभीरता से प्रयास करने होंगे। स्वस्थ भारत के सपने के साथ ही

2047 तक हम विकसित भारत के सपने को साकार कर पाएंगे।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई शुक्रवार को हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी)

द्वारा भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए-हरियाणा) के सहयोग से ‘विकसित भारत-2047 के लिए

स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन में परिवर्तन: हितधारक सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे

थे। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि गुजविप्रौवि गुरु जम्भेश्वर जी महाराज

के सिद्धांतों को लेकर आगे बढ़ रहा है। यह विश्वविद्यालय मानवता व पर्यावरण संरक्षण

के साथ-साथ सतत विकास, विज्ञान एवं तकनीक प्रबंधन आदि के साथ-साथ अब स्वास्थ्य सेवाओं

के क्षेत्र में भी अपना अग्रणी योगदान दे रहा है। विश्वविद्यालय हैल्थकेयर सेवाओं से

संबंधित कौशल को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आगामी सत्र से विश्वविद्यालय में

पेरामेडिकल सेवाओं से संबंधित कई कोर्स शुरु हो रहे हैं। विश्वविद्यालय में मेडिकल

कॉलेज स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भी सरकार के पास विचाराधीन है। विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित

मेडिकल संस्थानों तथा सरकारी स्वास्थ्य एजेंसियों के साथ सहभागिता करके स्वास्थ्य सेवाओं

को नई दिशा देने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन

स्वास्थ्य सेवाओं तथा विकसित भारत @2047 को लेकर मील का पत्थर साबित होगा। विश्वविद्यालय

के कुलसचिव डा. विजय कुमार भी मंच पर उपस्थित रहे।

आईएमए हरियाणा शाखा के अध्यक्ष डॉ. महावीर जैन ने अपने ऑनलाइन सम्बोधन में

कहा कि वर्तमान समय में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित करने की

जरूरत है। शहरी तथा ग्रामीण हर वर्ग की जरूरतों के अनुसार नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं

मुहैया करवाना समय की मांग है। मुख्य वक्ता उजाला सिग्नस हॉस्पिटल्स के संस्थापक एवं निदेशक डॉ. सुचिन बजाज

ने कहा कि हर जरूरतमंद व्यक्ति के पास स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच होना अत्यंत आवश्यक

है। तभी हम बहुत से अनमोल जीवन बचा पाएंगे। उन्होंने कहा कि तकनीक ने स्वास्थ्य सेवाओं

को आसान बनाया है। हमें तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग करना होगा।

हिसार की सीएमओ डॉ. सपना गहलावत ने अपने संबोधन में कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं

में सुधार के लिए हमें चिकित्सा के साथ-साथ प्रशासनिक प्रक्रियाओं में भी सुधार लाने

की आवश्यकता है। सम्मेलन के दौरान विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञ सत्र, पैनल चचार्एं और कार्यशालाएं

आयोजित की गईं। इन सत्रों में ‘स्वास्थ्य प्रबंधन के नवीन मॉडल’, ‘स्वास्थ्य नीति और

शासन’, ‘डिजिटल परिवर्तन’, ‘मानव संसाधन प्रबंधन’, ‘टिकाऊ स्वास्थ्य

अवसंरचना’ और ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य’ जैसे विषयों पर गहन

चर्चा हुई।

प्रथम सत्र में आधार हेल्थ इंस्टीट्यूट, हिसार के सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ.

बीबी बांगा ने प्राथमिक उपचार के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्राथमिक

उपचार केवल चिकित्सा उपचार नहीं है, बल्कि यह दुर्घटना के तत्काल बाद के ‘गोल्डन पीरियड’ में प्रारंभिक सहायता

प्रदान करने का एक प्रयास है।

आदेश मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, शाहबाद, कुरुक्षेत्र के निदेशक डॉ. गुंतास

गिल ने 'रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं का परिवर्तन' विषय पर अपने

विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि रोगी-केंद्रित देखभाल से उपचार की आधी लड़ाई

जीती जा सकती है। एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने अपने स्वागत सम्बोधन में नवाचार

एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए इस मंच की सराहना की। एचएसबी के डीन प्रो. कर्मपाल

नरवाल ने हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के हैल्थकेयर मैनेजमेंट कोर्स के बारे में जानकारी

दी। संयोजक डॉ. वंदना सिंह ने सम्मेलन के उद्देश्य तथा गतिविधियों के बारे में

जानकारी दी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

सम्बंधित खबर