पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन देने की घोषणा केजरीवाल का एक और चुनावी स्टंट: विजेंद्र गुप्ता

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल द्वारा मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को चुनाव बाद 18 हजार रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा को चुनावी स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव सामने देख आज अचानक से केजरीवाल का पुजारियों और ग्रंथियों के प्रति प्रेम उमड़ आया है।

नेता प्रतिपक्ष ने एक बयान में केजरीवाल से सवाल किया कि इमामों को वेतन देकर उन्हें अपने सिर आंखों पर बैठाने वाले केजरीवाल ने पिछले दस साल तक इन पुजारियों की सुध क्यों नहीं ली? यह कदम उनकी तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति का जीता-जागता उदाहरण है।

गुप्ता ने कहा कि यह वही अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण का विरोध किया और सनातन धर्म व हिंदू संस्कृति का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब, मंदिरों के पुजारियों के प्रति सहानुभूति दिखाने का प्रयास मात्र दिखावा है, जो जनता के बीच उनकी गिरी हुई छवि को सुधारने का एक प्रयास है।

विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा आआपा सरकार का एक और झूठा वादा है, जिसे लोगों को गुमराह करने के मकसद से सिर्फ चुनावी फायदे के लिए तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब उनके इन झूठे वादों और ढोंग को समझ चुकी है और इस बार उनकी राजनीति नहीं चलने वाली।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी

   

सम्बंधित खबर