छन्न दत्याल में शराब की दुकान खोलने का विरोध दूसरे दिन भी जारी, सभी दुकानों पर ओवरचार्ज की रिवायत जारी

Protest against opening of liquor shop in Chhann Datyal continues for the second day, overcharge continues at all shops


कठुआ 04 अप्रैल । चड़वाल के छन्न दत्याल में शराब की दुकान खोलने को लेकर स्थानीय लोगों ने दूसरे दिन भी कड़ा विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में शराब की दुकान किसी भी कीमत पर नहीं खोलने देंगे। इससे पहले भी शराब की दुकान को खोलने की अनुमति दे दी गई थी उसमें भी स्थानीय लोगों ने कड़ा विरोध जताया था लेकिन उसके बावजूद भी दुकान को खोल दिया गया था।

शुक्रवार को बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हुए और उन्होंने शराब की दुकान के आगे विरोध प्रदर्शन किया और दुकान को बंद करवाया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को आश्वासन दिया के दुकान को नहीं खोलने दिया जाएगा। स्थानीय लोगों का कहना था कि गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने देंगे उन्होंने कहा कि गांव में शराब की दुकान खुलने से उनके बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज युवा नशे की ओर जा रहा है, वही जिला प्रशासन द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कई जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर नशे को बढ़ावा देने के लिए सरकार गांव-गांव में शराब की दुकानें खुलवा रही है जिसका वे कड़ा विरोध करते हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर गांव में शराब की दुकान खोलने का प्रयास किया, तो राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर उग्र प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी।

गौरतलब हो कि 31 मार्च खत्म होते ही आबकारी विभाग की ओर से नई शराब की दुकानों के नए टेंडर कर दिए गए हैं जिसमें वर्ष 25-26 के लिए और नई दुकानों के भी टेंडर हुए। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पहली अप्रैल से नए ठेकदारों ने शराब की दुकाने खोल दी हैं और ओवरचार्ज की रिवायत अभी भी जारी है। जिसपर आबकारी विभाग लगाम लगाने में विफल साबित हो रहा है। प्रति बोतल पर 60 रूपेए ओवरचार्ज किया जा रहा है लेकिन आबकारी विभाग की ओर से इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। हालांकि ओवर चार्ज की रिवायत पिछले 4 सालों से जारी है लेकिन आबकारी विभाग मुक दर्शक बना हुआ है। नए टेंडर हो चुके हैं नए ठेकेदार भी आ गए हैं, पहली अप्रैल से दुकानें भी खुल चुकी हैं, ओवर चार्ज भी जारी रहेगा, लेकिन आम जनता की कहीं भी सुनवाई नहीं होगी, मीडिया द्वारा प्रकाशित की जा रही खबरों का भी कोई असर नहीं पड़ने वाला, क्योंकि शराब माफिया को शायद खुली छूट है, ओवर चार्ज का कुछ हिस्सा शायद संबंधित विभाग को भी जाता होगा, तभी वे कार्रवाई करने से पीछे हटते हैं।

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