फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान

जयपुर, 5 फ़रवरी (हि.स.)। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि गंगनहर परियोजना की क्षतिग्रस्त नहरों की रीलाइनिंग के कार्यों के अन्तर्गत वर्तमान में 10 नहरों का रिलाइनिंग का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा तीन अन्य नहरों का कार्य जाइका के अन्तर्गत प्रस्तावित किया गया है। राज्य सरकार द्वारा फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिए वर्ष 2024-25 में 200 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण से गंगनहर में उचित क्षमता के साथ जल प्रवाह सुनिश्चित हो सकेगा।

जल संसाधन मंत्री बुधवार को प्रश्नकाल में इस संबंध में पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि फिरोजपुर फीडर की डीपीआर केन्द्रीय जल आयोग में परीक्षणाधीन है। इसकी शीघ्र स्वीकृति के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार के प्रयासों से फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिए केन्द्रीय जल आयोग से 13 फरवरी 2024 को स्वीकृति प्राप्त की गई। इसके बाद पंजाब सरकार के सिंचाई विभाग से समन्वय कर डीपीआर तैयार करवाई गई।

रावत ने बताया कि गंगनहर परियोजना के लिए पानी फिरोजपुर फीडर के मार्फत बीकानेर कैनाल की आरडी 45 पर प्राप्त होता है। फिरोजपुर फीडर के जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने से जल प्रवाह पूर्ण क्षमता के अनुरूप नहीं होता है। इस कारण गंगनहर में जल प्रवाह में उतार चढ़ाव आता है।

विधायक रुपिन्द्र सिंह कुन्नर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि गंगनहर की वितरिकाओं में पानी नहर की क्षमता के अनुसार छोड़ा जा रहा है। उन्होंने गंगनहर की सभी वितरिकाओं-नहरों की डिजाइन, क्षमता एवं खरीफ व रबी फसल चक्र में गंगनहर की सभी वितरिकाओं में छोड़े गये पानी का विवरण प्रस्तुत किया। रावत ने बताया कि गंगनहर परियाेजना में सतरोजा बाराबंदी लागू है तथा प्रत्येक नहर में पानी प्रवाहित होने के दौरान हर किसान को स्वीकृत बाराबंदी में अंकित अवधि के अनुसार निर्धारित समय व वार को पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सिंचाई पानी प्रत्‍येक किसान को स्‍वीकृत बाराबंदी एवं पर्ची के अनुसार ही प्राप्‍त हुआ है।

जल संसाधन मंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 में रबी व खरीफ की फसलों में वितरिकाओं की टेल पर सामान्‍यतया पूरा पानी उपलब्‍ध करवाया गया है। उन्होंने बताया कि एच, जीजी व समेजा वितरिका की टेल पर पूरा पानी उपलब्‍ध नहीं होने पर इन नहरों की साफ-सफाई करवाई गई। अब वर्तमान में यहां पूरा पानी उपलब्‍ध हो रहा है। यदा-कदा नहरों में साफ-सफाई नहीं होने के कारण टेल पर पानी की मात्रा प्रभावित हो जाती है, जिसकी साफ-सफाई करवाकर टेल पर पूरा पानी उपलब्‍ध करवाने के प्रयास किये जाते हैं।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

सम्बंधित खबर