सपा सरकार ने ओबरा एवं जवाहरपुर विद्युत संयंत्र का किया था शिलान्यास, योगी सरकार ने पूरा कराया : ए.के.शर्मा

लखनऊ, 04 मार्च(हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को ऊर्जा विभाग के परिव्ययों को चुकाने के लिए आवश्यक धनराशि की पूर्ति हेतु आवंटित 53,363 करोड़, 09 लाख 18 हजार रुपए से अधिक की धनराशि को सदन में चर्चा के बाद ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सपा सरकार ने दिसंबर 2016 में ओबरा और जवाहरपुर विद्युत संयंत्र का शिलान्यास किया था, जिसे वर्तमान योगी सरकार ने पूरा किया। जून 2012 में घाटमपुर प्लांट का भी मात्र शिलान्यास किया गया था जो कि अब पूरा हो गया। पनकी, मेजा की 800 गुना 3, कोबरा की 800 गुना 2, अनपरा की 800 गुना 2 क्षमता के विद्युत प्लांट बनाने की प्रक्रिया चल रही है। निजी क्षेत्र में भी कुछ प्लांट स्थापित करने की कार्रवाई की जा रही है। वर्ष 2017 में राज्य की विद्युत उत्पादन क्षमता 6308 मेगावाट थी जो कि अब बढ़कर 9644 मेगावाट हो गई है।

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि प्रदेशवासियों को 24 घंटे बिजली देने के लिए 50 वर्ष पुरानी जर्जर व्यवस्था को सुधारने का कार्य किया जा रहा। नए विद्युत संयंत्र लगाए जा रहे हैं। बजट में 4200 करोड रुपए किसानों को मुफ्त बिजली देने के लिए प्रावधानित है। वहीं गरीब उपभोक्ताओं (लाइन लाइफ कंस्यूमर) को 53 प्रतिशत कम दर पर बिजली मिलती रहे, इसके लिए 2000 करोड़ रुपए का प्रावधान है। ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों में रहने वालों को सस्ती बिजली देने के लिए 4000 करोड़ रुपए की व्यवस्था है। आरडीएसएस योजना के तहत कार्यों के लिए 11547 करोड़ रुपए की व्यवस्था है, इससे बिजली के जर्जर तार पोल को बदला जा रहा बांस बल्ली की लाइन को हटाकर पोल लगाए जा रहे हैं। बिजनेस प्लान में भी 4000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। विद्यालयों स्कूलों के ऊपर से हाई टेंशन लाइन को हटाने के लिए भी 100 करोड़ रुपए की व्यवस्था है। गर्मी में अनवरत बिजली देने के लिए 3000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। ट्रांसमिशन लाइनों के लिए 2634 करोड़ रुपए की व्यवस्था बजट में की गई है।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2017 में 10.65 लाख किसानों के पास ट्यूबवेल कनेक्शन थे जो कि आज डेढ़ गुना होकर 15.44 लाख हो गए हैं। इसी प्रकार प्रदेश का ट्रांसमिशन नेटवर्क 2017 में 33172 सर्किट किमी था, जो कि अब 58453 सर्किट किमी हो गया है। विद्युतीकृत मजरे में 2017 में 128 थे जो कि आज 249 हो गए हैं। 2017 में 1.08 करोड़ मीटर लगे उपभोक्ता थे, जबकि आज 3.54 करोड़ हो चुके हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र

   

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