विज्ञान प्रदर्शनी से छात्रों की वैज्ञानिक सोच का होता है विस्तार: वैज्ञानिक आशीष कुमार सिंह

कानपुर, 01 फरवरी (हि.स.)। विज्ञान से क्रियात्मक रूप से सदैव जुड़े रहना चाहिए। विद्यार्थियों को सभी विषय वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग करते हुए सीखने का प्रयास करना चाहिए। इस प्रकार की उच्चकोटि की विज्ञान प्रदर्शनी से छात्रों की वैज्ञानिक सोच का विस्तार होता है जिससे भविष्य में वे विज्ञान के क्षेत्र में समाजोपयोगी कार्य करते हैं। उनके सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे आयोजनों का होना जरूरी है। यह बातें शनिवार को डीआरडीओ के वैज्ञानिक आशीष कुमार सिंह ने कही।

बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज बेनाझाबर में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों ने विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आशीष कुमार सिंह (वैज्ञानिक डीआरडीओ) ने किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण किया एवं विद्यार्थियों की मेहनत एवं लगन की सराहना करते हुए प्रदर्शनी के दौरान छात्रों की हौसला अफजाई की। प्रदर्शनी में दसवीं के छात्र आदित्य कुमार सिंह ने तीन सौ रुपये की लागत से बनाये हुए रेफ्रीजरेटर को प्रदर्शित किया। श्लोक मिश्रा ने बायोगैस से इलेक्ट्रीसिटी बनाने का मॉडल, कीर्तिराज ने तेज धूप में भी दो पहिया वाहन चालक को शीतलता प्रदान करने वाला एसी हेलमेट बनाया, यशमीत भाटिया ने ऑटोमेटेड ब्रेकिंग सिस्टम तैयार किया जो रेलगाड़ियों को दुर्घटना से बचाने में बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है। आठवीं के छात्र सार्थक त्रिपाठी ने सीस्मोग्राफ बनाया जो भूंकप के दौरान उसकी तीव्रता बतायेगा। नौवीं के छात्र अविरल गुप्ता एवं वेदान्त सिंह ने ट्रैफिक लाइट सेन्सर, अजय प्रताप सिंह ने मैजिकल नम्बर्स का मॉडल बनाया, चौथी कक्षा के शिवम यादव ने विंड टरबाइन बनाया। विद्यालय के छात्रों ने महाकुंभ- 2025 एवं अयोध्या के राम मंदिर की भव्य झकियां तैयार की।

इस अवसर पर प्रख्यात अधिवक्ता एवं विद्यालय प्रबंधक आदित्य शंकर बाजपेयी, अनिल कुमार बाजपेई (सोपान आश्रम), अमिता गौर, गोपाल, दिव्या शुक्ला, विद्यालय के प्रधानाचार्य बृजमोहन कुमार सिंह, उपप्रधानाचार्या मंजूबाला श्रीवास्तव, विद्यालय के पूर्व उपप्रधानाचार्य अनिल कुमार यादव एवं समस्त आचार्य परिवार उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

   

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