गंगा महोत्सव की दूसरी निशा:साधो दी बैंड की खास प्रस्तुति,सदानीरा के तट पर संगीत की त्रिवेणी

गंगा महोत्सव की पहली निशा में कलाकारों की प्रस्तुति:फोटो बच्चा गुप्ता

—महोत्सव के पहली निशा में पं. साजन मिश्र की प्रस्तुति से दर्शक मंत्रमुग्ध

वाराणसी,13 नवम्बर (हि.स.)। धर्म नगरी काशी के अस्सीघाट पर आयोजित तीन दिवसीय गंगा महोत्सव के दूसरी निशा में बुधवार को बनारस ​के कलाकारों की खास प्रस्तुति होगी। निशा में बनारस की डॉ. श्रावणी विश्वास का सितार वादन, डॉ. मधुमिता भ‌ट्टाचार्य का शास्त्रीय गायन,आकांक्षा त्रिपाठी और अरूण मिश्रा का गायन होगा। निशा में साधो दी बैंड जतिन (दिल्ली) की खास प्रस्तुति होगी। इसके पहले मंगलवार शाम को महोत्सव का आगाज हुआ। प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर गंगा महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया। महोत्सव में

बनारस घराना के पद्म भूषण पंडित साजन मिश्र का शास्त्रीय गायन, आराधना सिंह का भजन एवं लोकगायन, डॉ सुप्रिया का सितार वादन, पारसनाथ यादव का बिरहा गायन, विपुल चौबे का लोक गायक, शंकर विश्वकर्मा का भजन गायन के अलावा डॉ यास्मीन सिंह दिल्ली का कथक नृत्य, तेलंगाना हैदराबाद की हिमांशी कतराड्डा का कुच्चीपूड़ी, काशी रस बैंड का शास्त्रीय वादन तथा कोलकाता विदुषी डॉ नवनीता चौधरी का शास्त्रीय गायन प्रमुख रहा। पहली निशा में जाह्नवी के तट पर पद्म भूषण पंडित साजन मिश्र ने 'काशी के बसैया' ...गीत सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान पं.साजन मिश्र ने कहा कि काशी गंगा महोत्सव की निरंतरता ही इसकी खासियत है। इस आयोजन से युवा कलाकारों का जुड़ना ही सराहनीय पहल है। काशी की संगीत विधा को आगे बढ़ाने का दामोदार उन्हीं युवा पीढ़ी के कंधों पर है। इसके बाद कलाकारों लय,सुर ताल की गंगा तट पर त्रिवेणी बहाई।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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