सरकारी अस्पतालों में खुले रैन बसेरों ने लोगों को दिया बड़ी राहत
- Admin Admin
- Jan 04, 2025
लखनऊ, 04 जनवरी(हि.स.)। लखनऊ में सरकारी अस्पतालों के मरीजों के परिजनों को रात गुजारने के लिए रैन बसेरों का सहारा मिल गया है। सरकारी अस्पतालों में खुले रैन बसेरो ने ठंडक में लोगों को बड़ी राहत दे दिया है। सरकारी अस्पतालों में रैन बसेरों का ज्यादा कर संचालन प्राइवेट सामाजिक संस्थाएं कर रही हैं।
बलरामपुर अस्पताल में जिंदल परिवार के सहयोग से रैन बसेरा का संचालन हो रहा है। रैन बसेरा के भीतर कार्यरत खुर्शीद ने बताया कि जिंदल परिवार सामाजिक कार्यो को कराने के लिए प्रत्येक वर्ष रैन बसेरो का संचालन कराता है। सरकारी अस्पतालों में जिंदल परिवार के रैन बसेरों का संचालन लोगों को दिन रात रूकने की व्यवस्था देते हैं।
उन्होंने बताया कि रैन बसेरों में गद्दे रजाई एवं गरम पानी की व्यवस्थाओं को दिया जाता है। रैन बसेरे को ठंड एवं वर्षा से बचाने जैसा निर्मित कराया जाता है। जिससे किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाये। बलरामपुर अस्पताल में बने रैन बसेरे में प्रत्येक दिन तीस से चालिस संख्या में जरूरतमंद लोग रूकते हैं। जिनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रति दिन हजारों की संख्या में मरीजों को दिखाने के लिए लोगों का पहुंचना होता है। मरीजों के रात में रूकने की कठनाईयों को देखते हुए प्राइवेट संस्थाओं ने रैन बसेरो का संचालन आरम्भ किया है। जिससे लोगों को राहत महसूस हो रही है। बाराबंकी से अपने परिवार के सदस्य को भर्ती कराने आयी महिला आशा देवी ने रैन बसेरा संचालित करने वाली संस्था को धन्यवाद किया। आशा ने कहा कि रैन बसेरे के कारण उनकी दो रात ठंडक से बचाव के साथ कट गयी।
— आधार लेकर आना आवश्यक
डा.राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय ने स्वचालित रैन बसेरा आरम्भ किया है। रैन बसेरे में मरीजों के परिजन के लिए केवल आधार कार्ड लेकर आना
आवश्यक रखा गया है। आधार कार्ड से नाम पता लिखने के बाद रैन बसेरे में रूकने की स्वीकृति मिल जाती है। दूसरे रैन बसेरे भी संचालित है, जहां पर भी आधार कार्ड दिखाना आवश्यक किया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र