गर्भधारण करने एवं गर्भ में शिशु के स्वस्थ एवं सम्पूर्ण विकास के लिए श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ

जयपुर, 4 मार्च (हि.स.)। जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग की ओर से गर्भधारण करने और गर्भ में पल रहे शिशु के स्वस्थ मानसिक एवं शारीरिक विकास के साथ अच्छे गुणों के साथ संपूर्ण विकास के लिये श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया। इकाई का शुभारंभ राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कहा आज हर व्यक्ति मानसिक एवं शारीरिक रूप से एक स्वस्थ संतान चाहता है। भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती जीवन शैली और अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों से कई महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती है या गर्भधारण के समय गर्भस्थ शिशु का मानसिक एवं शारीरिक विकास पूर्ण नहीं होता है, जिसके कारण उस बच्चे के लिए पूरा जीवन कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निकलता है। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा जो महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी कारणों से गर्भधारण नहीं कर पा रही है या गर्भिणी महिलाओं के गर्भस्थ शिशु के मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ जन्म लेने एवं उनके माता-पिता के अनुसार गुण विकसित करने के लिये गर्भ संस्कार करने के लिये श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया है।

प्रोफेसर भारती कुमार मंगलम विभागाध्यक्ष प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग ने बताया श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया है इस इकाई में गर्भधारण करने वाली और गर्भवती महिलाओं का आयुर्वेद, योग, मेडिटेशन के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा की जाएगी। इस इकाई के अंतर्गत बीज संस्कार और गर्भ संस्कार को किया जाएगा। बीज संस्कार उन महिलाओं के लिए किया जाता है, जिन्होंने किसी कारण से गर्भधारण अभी तक नहीं किया है या किसी भी शारीरिक स्वास्थ्य कारणों से गर्भधारण नहीं कर पाई है उनके लिए आयुर्वेद चिकित्सा के अंतर्गत पंचकर्म चिकित्सा पद्धति को करने के साथ आहार-विहार, आयुर्वेदिक औषधि, योग, मेडिटेशन के माध्यम से चिकित्सा की जाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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