एसएमसी शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू, नियमितीकरण की मांग पर अड़े
- Admin Admin
- Feb 21, 2025

शिमला, 21 फ़रवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से पहले एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) शिक्षकों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। पिछले 12 वर्षों से नियमितीकरण की मांग कर रहे इन शिक्षकों का कहना है कि वे अब केवल आश्वासनों पर भरोसा नहीं करेंगे। जब तक सरकार उनकी मांगों को लेकर विभागीय अधिसूचना जारी नहीं करती, तब तक वे स्कूलों में लौटने के लिए तैयार नहीं हैं।
शिमला के चौड़ा मैदान में हड़ताल पर बैठे एसएमसी शिक्षकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे सिर्फ ठोस कार्रवाई चाहते हैं। एसएमसी शिक्षक संघ के प्रवक्ता निर्मल ठाकुर ने कहा कि पिछले 12 सालों से एसएमसी शिक्षक दूरदराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री हमें संयम रखने के लिए कह रहे हैं, लेकिन पिछले 12 वर्षों से हम संयम ही रख रहे हैं। अब हमारा धैर्य जवाब दे चुका है। सरकार सिर्फ कागजी कार्रवाई और आश्वासनों में उलझा रही है, लेकिन हमें अब ठोस निर्णय चाहिए। जब तक सरकार नियमितीकरण की अधिसूचना जारी नहीं करती, हम हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
2400 शिक्षक कर रहे हैं हड़ताल, 200 स्कूल प्रभावित
प्रदेश भर में करीब 2400 एसएमसी शिक्षक इस हड़ताल में शामिल हैं। इनमें से अधिकतर शिक्षक ऐसे स्कूलों में कार्यरत हैं जहां नियमित शिक्षकों की भारी कमी है। एसएमसी शिक्षकों के सहारे चल रहे करीब 200 स्कूल इस हड़ताल से प्रभावित हो सकते हैं, जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
निर्मल ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के स्कूलों में 10,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। इस संकट के बावजूद एसएमसी शिक्षकों को नियमित करने की बजाय सरकार समय-समय पर सिर्फ आश्वासन देकर उन्हें बहलाने की कोशिश करती रही है। उन्होंने कहा कि अब शिक्षक किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
पहले ही दे चुके थे सरकार को अल्टीमेटम
एसएमसी शिक्षक संघ ने सरकार को पहले ही अल्टीमेटम दिया था कि अगर उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई, इसलिए अब वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द से जल्द नियमितीकरण की अधिसूचना जारी नहीं करती तो वे अपने प्रदर्शन को और तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वे किसी भी हाल में स्कूल नहीं लौटेंगे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा