नई दिल्ली, 27 दिसंबर (हि.स.)। दक्षिण पश्चिमी जिला की एटीएस टीम ने एक अंतर्राज्यीय वाहन चोरी सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गिरोह के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित भारी लोडिंग वाहनों को दिल्ली-एनसीआर इलाकों से चुराने के बाद उन्हें बुलंदशहर और फरीदाबाद में अपने नेटवर्क के माध्यम से आगे भेज देते थे। वहां वाहनों को काटकर उनके विभिन्न हिस्सों को अलग अलग स्क्रैप डीलरों को बेच दिया जाता था।
पकड़े गये आरोपिताें की पहचान बृज श्रीवास्तव, विक्रम व नरेन्द्र के रूप में हुई है। इनके कब्जे से पुलिस ने चोरी के टाटा दो ट्रक व हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट बरामद की है। जांच में आरोपिताें के खिलाफ वाहन चोरी के अलावा आर्म्स एक्ट के मामले भी दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस इनके गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगाने के लिए पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, 19 दिसम्बर को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर दबिश देकर विक्रम व बृज को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में विक्रम ने पुलिस को बताया कि ये लोग अपने दोस्त शिवा व मोहित की मदद से भारी वाहनों (ट्रक इत्यादि) को चुराकर बृज को बेच देते थे। बृज ने बताया कि वे लोग चोरी के वाहन को बुलंदशहर (उ.प्र.) निवासी नरेंदर को बेच देते थे। नरेंदर वाहनों को स्क्रैप में बदलकर उसके अलग अलग हिस्सों को बुलंदशहर व आगरा के स्क्रैप डीलरों को आगे बेच देता था। इसके बाद पुलिस ने दिल्ली और एनसीआर में बड़े वाहनों की चोरी या लूट का सारा रिकार्ड खंगाला और वहीं टीम बनाकर बुलंदशहर भेजी गई, जहां अनूपपुर से नरेंदर को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी किए गए दो टाटा ट्रक बरामद हुए। पुलिस आगे जांच कर रही है कि अब तक इस गिरोह ने कितने भारी वाहन चुराए और उनके पार्ट्स किस किस को बेचे।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी