हिसार : पालतू कुत्ते ने छात्रा का कान काट कर शरीर से किया अलग

हिसार के एक निजी अस्पताल के चिकित्सकों आठ घंटे चले आपरेशन के बाद फिर जोड़ा छात्रा का कान हिसार, 27 नवंबर (हि.स.)। हांसी क्षेत्र के गांव सिसाय बोलान में अपने पिता की दुकान के बाहर बैठी आठ वर्षीय छात्रा पर एक पालतू कुत्ते द्वारा हमला कर उसका एक कान काट लेने का मामला प्रकाश में आया है। आनन-फानन में परिजन घायल बच्ची को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद हिसार रेफर कर दिया। परिजनों ने बच्ची को उपचार के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है जहां चिकित्सकों ने करीब 8 घंटे चले आपरेशन के बाद बच्ची के कान को उसके स्थान पर जोड़ने में सफलता हासिल की। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिसास गांव में मंगलवार शाम को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली आठइ वर्षीय छात्रा रिया अपने पिता मुरारी लाल की शटरिंग की दुकान पर बैठी हुई थी। इसी दौरान दुकान के सामने बने आवास में बंधे पिटबुल कुत्ते ने रिया पर हमला कर उसके कान को अपने जबड़े में दबोच लिया। कुत्ते द्वारा कान को अपने जबड़े में दबोच लिए जाने के बाद रिया जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंच कर रिया को कुत्ते के चंगुल से छुड़वाया लेकिन तब तक पिटबुल रिया के कान को काटकर अलग कर चुका था। इसके बाद परिजन घायल रिया को लेकर उपचार के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद रिया की नाजुक हालत को देखते अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। परिजनों ने उसे हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है जहां चिकित्सकों ने आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के उसके कान को जोड़ दिया। रिया के दादा नरेंद्र ने बताया कि उनकी पोती गांव के ही एक निजी स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ती है। और स्कूल से घर आने बाद करीब चार बजे वह अपने पिता मुरारी लाल की शैटरिंग की दुकान के बाहर कुर्सी पर बैठी हुई थी, इस बीच दुकान के सामने बने बलराज के मकान के अंदर बंधे एक पिटबुल जाति का कुत्ता पट्टे से बंधा हुआ था। अचानक से उस कुत्ते ने गले में बंधे पट्टे को तोड़ दिया है और उसकी पोती पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि कुत्ते द्वारा किए गए हमले में उसकी पोती का एक कान उसके शरीर से अलग हो गया था। उन्होंने बताया कि रिया को पहले हांसी के नागरिक अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसकी हालात को देखते हुए अग्रोहा रेफर किया।नागरिक अस्पताल में मौजूद चिकित्सक संजय वर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम को परिजन एक बच्ची को कुत्ते द्वारा कान काट लिए जाने के बाद उपचार हेतु अस्पताल में लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि परिजन बच्ची के कान को दोबारा से जोड़ने के लिए पॉलीथिन में रखकर अस्पताल लेकर आए थे। ताकि सर्जरी कर उसके कान को फिर से जोड़ा जा सके। लेकिन अस्पताल में ईएनटी स्पेशलिस्ट सर्जन नहीं होने के चलते बच्ची को प्राथमिक उपचार के बाद अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पिटबुल कुत्ते द्वारा आठ वर्षीय बच्ची का कान काट लिए जाने की घटना के बाद से ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ खासा रोष देखने को मिला वहीं लोगों ने कुत्ते के डर से अपने बच्चों का खेलने के लिए भी घर से निकलना बंद कर दिया है। ग्रामीणों का कहना था कि गांव की गलियों में घुमने वाले आवारा कुत्ते अक्सर बच्चों व लोगों पर हमला कर उन्हें घायल करते रहते है। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन द्वारा आवारा या अपने घरों में कुत्ते पालने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और ना ही गांव में घुम रहे आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई अभियान चलाया जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में घूमने वाले आवारा कुत्तों, बंदरों व बेसहारा पशुओं को पकड़ने की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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