
जींद, 13 अप्रैल (हि.स.)।
जींद
जिला में किसी भी सूरत में बाल विवाह न होने पाए, इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हालांकि पिछले तीन चार वर्षों की बात की जाए तो लगातार बाल विवाह के मामलों में कमी आई है।
बावजूद इसके जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय टीम किसी भी स्तर पर कोर-कसर छोडऩा नही चाह रही है।
इस बार 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया (अखा तीज) है और जिलाभर में विवाह समारोहों की धूम रहेगी और युवा भी खूब विवाह बंधन में बंधेंगे। ऐसे में अक्षय तृतीया पर होने वाले सामूहिक विवाह की आड़ में कुछ बाल विवाह भी हो सकते हैं। जिसके चलते जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी कार्यालय टीम की विशेष नजर रहेगी।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा के दिशा-निर्देशन और जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सुनीता के मार्गदर्शन में बाल विवाह रोकने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
रविवार को शहर के मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारों व चर्च में जाकर सभी को बाल विवाह को लेकर आगाह किया गया है और सभी को कानून की जानकारी दी गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा