रेलवे कर्मचारी के आत्महत्या का मामला: रेलवे कर्मचारियों ने किया मुख्यालय पर प्रदर्शन

जयपुर, 21 जनवरी (हि.स.)। जवाहर सर्किल थाना इलाके के जगतपुरा स्थित उत्तर-पश्चिम रेलवे मुख्यालय में सोमवार को सहायक कार्यालय अधीक्षक नरसी मीणा (59) के आत्महत्या के बाद कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया। जहां मंगलवार को मुख्यालय परिसर में कर्मचारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी अधिकारियों पर काम के दबाव और कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप लगा रहे हैं।

रेलवे कर्मचारी संगठनों ने घटना को प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। संगठनों का कहना है कि काम का अत्यधिक दबाव और अधिकारियों का असंवेदनशील रवैया कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। प्रदर्शनकारियों ने मीणा के परिवार को मुआवजा और घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। नरसी मीणा मूल रूप से अलवर जिले के टहला गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में जगतपुरा के रेलवे अपार्टमेंट में परिवार के साथ रह रहे थे। चार महीने पहले ही उनकी पोस्टिंग जयपुर में हुई थी। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। मीणा अगले साल रिटायर होने वाले थे। इस घटना ने रेलवे मुख्यालय में कर्मचारियों के बीच प्रशासनिक व्यवहार और काम के दबाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

गौरतलब है कि नरसी मीणा ने सोमवार को मुख्यालय के बेसमेंट में अग्निशमन पाइप पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनके पास मिले सुसाइड नोट में उन्होंने अधिकारियों की ओर से परेशान करने और छुट्टी न दिए जाने का आरोप लगाया है। मीणा की बेटी की शादी अप्रैल में तय थी। वह छुट्टी के लिए लंबे समय से अधिकारियों से निवेदन कर रहे थे। लेकिन उन्हें मंजूरी नहीं दी गई।

थानाधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि सोमवार सुबह मीणा सुबह कार्यालय पहुंचे थे। कुछ देर बाद ही अपनी टेबल छोड़कर चले गए। लंच टाइम में जब वह नहीं मिले तो कर्मचारियों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। बेसमेंट में वह अग्निशमन पाइप से लटके पाए गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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