पलवल, 2 फ़रवरी (हि.स.)। पलवल के गाँव धतीर में तेंदुए की मौजूदगी के सबूत मिलने से स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों से जंगल में तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई है।
वन विभाग के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में फरीदाबाद से आई टीम ने ईख के खेतों की जांच की।
टीम को वहां खून से सनी हड्डियां मिलीं, जो किसी बड़े शिकारी जानवर की मौजूदगी की पुष्टि करती हैं। तेंदुए के पंजों के निशान के सैंपल भी एकत्र किए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है।
धतीर पुलिस चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह तेंदुआ दो-तीन दिन पहले मिंडकौला पुलिस चौकी क्षेत्र के स्यारौली गांव के जंगल में भी देखा गया था।
इससे पहले इसे हथीन के जंगल में भी देखा गया था। तेंदुए की मौजूदगी से डरे ग्रामीण अपने खेतों में जाने से कतरा रहे हैं।
ग्रामीण गिर्राज डागर का कहना है कि जंगल में ग्रामीणों ने तेंदुए जैसा जानवर देखा, जिससे गांव में भय का माहौल बना हुआ है। लेकिन मौके पर वन विभाग व पुलिस की टीमें तलाश में जुट गई है। विभाग की टीम खेतों में अंदर तक जाकर जांच कर रही है।
ग्रामीण प्रवीण कुमार ने बताया कि तेंदुआ दिखाई देने पर ग्रामीण सहमे और डरे हुए है। खेतों में तेंदुए के पंजे के निशान भी मिले हैं। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। अपने खेतों पर जाने की लोगों की हिम्मत नहीं हो रही है।
ग्रामीण अजय डागर ने बताया कि पिछले महीने तेंदुआ देखा था, उसके बाद आज दोबारा तेंदुआ दिखाई दिया है। जिससे किसानों व ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है।
वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही हैं और तेंदुए को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चला रही हैं।
स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अधिकारियों को देने की सलाह दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गुरुदत्त गर्ग