(संशोधित) देह दान-अंग दान की पूर्व सूचना देने वालों को मध्य प्रदेश सरकार की ओर से किया जाएगा सम्मानित
- Admin Admin
- Feb 10, 2025
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- राज्य सरकार करेगी अंग प्रत्यारोपण, अंग दान और देह दान जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित : मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री ने एम्स भोपाल में पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मालवीय से जानी कुशलक्षेम-देह दान करने वाले व्यक्तियों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का लिया है निर्णय
भोपाल, 10 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देह दान की पूर्व सूचना देने वालों को राज्य शासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। अंतिम संस्कार के लिए गृह विभाग से समन्वय कर उपयुक्त व्यवस्था की जाएगी। देह दान और अंग दान की पूर्व सूचना देने वाले व्यक्तियों को 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देह दान करने वाले व्यक्तियों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्णय लिया है।
जनसम्पर्क अधिकारी संदीप कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देह दान की पूर्व सूचना देने वालों को मध्य प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित करने की घोषणा की है। इस संबंध में स्वास्थ्य एवं लोक परिवार कल्याण विभाग विस्तृत योजना बनाएगा। योजना के मुताबिक देह दान की पूर्व सूचना देने वालों को सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बात सोमवार को एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से सोमवार को मुलाकात के बाद कही। उन्होंने मरीज दिनेश मालवीय की कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गत दो वर्ष से मालवीय हृदय रोग से पीड़ित थे। उपचार से मिली राहत से मालवीय प्रसन्न हैं। अंगदान किस प्रकार लोगों को जीवन देने का माध्यम बनता है, यह ट्रांसप्लांट इस तथ्य को स्पष्टत: दर्शाता है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ब्रेन डेड घोषित सागर जिले के बलिराम कुशवाहा के परिवारजनों ने अंगदान-महादान का निर्णय लिया था। उनके हार्ट को पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा के माध्यम से जबलपुर में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एम्स भोपाल लाया गया तथा मध्य प्रदेश में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव एम्स भोपाल पहुंचे और मरीज दिनेश मालवीय से भेंटकर उनके स्वास्थ्य के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह आनंद की बात है कि वह स्वस्थ अनुभूत कर रहे हैं और उन्हें कल डिस्चार्ज कर दिया जायेगा। मैं बाबा महाकाल से उनके शीघ्र पूर्णतः स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नर्मदापुरम निवासी मालवीय 22 जनवरी को एम्स भोपाल में भर्ती हुए और 23 जनवरी को उनका हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया। अब वे पूर्णत: स्वस्थ है, संभवत: कल तक उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। उन्होंने एम्स के डॉक्टरों व संपूर्ण टीम को उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई देते हुए कहा कि मानवता की सेवा के लिए टीम द्वारा किया गया कार्य प्रदेश को गौरवांवित करने वाला है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में अंग प्रत्यारोपण, अंग दान, देह दान जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। एक देह दान से लगभग नौ डॉक्टर्स को चिकित्सा संबंधी कई बारीकियों को व्यावहारिक रूप से सीखने में सहायता मिलती है। चिकित्सा शिक्षा के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेजों के साथ आयुर्वेदिक महाविद्यालयों में भी पार्थिक देह की आवश्यकता होती है। राज्य शासन द्वारा देह दान के लिए परिवारों में जागरूकता लाने और उन्हें इस पुनीत कार्य के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे जिन व्यक्तियों के पास अनुष्मान कार्ड नहीं हैं, उनके आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएंगे। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में अंग दान और अंग प्रत्यारोपण की स्थिति बने इस उद्देश्य से आवश्यक प्रयास किए जाएंगे।
एम्स की तरह प्रदेश में विकसित किया जाएगा आयुर्विज्ञान संस्थान-
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोक स्वास्थ्य, राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। इस उद्देश्य से ही लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग का एकीकरण किया गया। प्रदेश के विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र को देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के समान ही राज्य शासन द्वारा भी आयुर्विज्ञान संस्थान विकसित किया जाएगा।
एयर एम्बुलेंस सेवा से प्रतिदिन जीवन रक्षा के उदाहरण आ रहे हैं सामने-
उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा रोगियों को तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पीएमश्री एयर एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिन स्थानों पर हवाई पट्टियां हैं वहाँ विमान से और जहाँ हवाई पट्टियां नहीं है वहाँ हेलीकॉप्टर के माध्यम से मरीजों को चिकित्सा संस्थानों में भेजने की व्यवस्था की जा रही है। गंभीर स्थिति के मरीजों के उपचार में समय महत्वपूर्ण होता है, एयर एंबुलेंस सेवा से कम से कम समय में मरीज को उपयुक्त इलाज उपलब्ध कराना संभव हुआ है। एयर एंबुलेंस से प्रतिदिन जीवन रक्षा के उदाहरण सामने आ रहे हैं। एयर एंबुलेंस से एयर लिफ्ट करने में सामान्यतः 5 से 8 लाख रुपये का व्यय होता है। राज्य सरकार द्वारा लोगों की जीवन रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आयुष्मान योजना के माध्यम से आवश्यक प्रबंध किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने देह दान व अंग दान को प्रोत्साहित करने लिये ऐतिहासिक निर्णय, उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने माना आभार
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देह दान एवं अंग दान को प्रोत्साहन देने और देह दान करने वाले नागरिकों का सम्मान करने के लिये ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं। उन्होंने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन करते हुए आभार माना है। उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए प्रेरणादायक कदम है। उन्होंने कहा कि देह दान और अंग दान जीवन का सबसे महान दान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का यह निर्णय निश्चित ही अधिक से अधिक लोगों को अंग दान और देह दान के लिए प्रेरित करेगा। इससे अनेक लोगों को नया जीवन प्राप्त होगा।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने एक बयान में कहा कि यह पहल चिकित्सा सेवा क्षेत्र को नई दिशा प्रदान करेगी, साथ ही समाज में मानवता एवं सेवा के मूल्यों को भी प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने उन सभी व्यक्तियों और परिजन का अभिनंदन किया है, जिन्होंने अंग दान और देह दान के लिए स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देह दान करने वाले व्यक्तियों का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही प्रदेश में अंग प्रत्यारोपण से संबंधित एक राज्यस्तरीय संस्थान की स्थापना की जाएगी। अंग दान करने वाले व्यक्तियों के परिवारों को आयुष्मान कार्ड प्रदान करने और राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित करने का निर्णय भी लिया गया है। उन्होंने यह भी निर्णय लिया है कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण की सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर