अब स्टील के बर्तनों में मिलेगा मिड-डे मील, बनेगा सेहत का पहरेदार
- Admin Admin
- Dec 06, 2024
देहरादून, 06 दिसंबर (हि.स.)। मिड-डे मील योजना के तहत बच्चों को पौष्टिक एवं स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने हाल ही में विकासनगर तहसील के सुधोवाला स्थित अक्षय पात्र फाउंडेशन की रसोई का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि बच्चों के भोजन को प्लास्टिक कंटेनरों में पैक कर स्कूलों में भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य और स्वच्छता के दृष्टिकोण से इसे अनुचित मानते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से प्लास्टिक कंटेनरों के स्थान पर स्टील के कंटेनरों का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि मिड-डे मील योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक, ताजा और स्वच्छ भोजन प्रदान करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्लास्टिक कंटेनरों में भोजन के भंडारण से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसके मद्देनजर अक्षय पात्र फाउंडेशन को निर्देशित किया गया कि वे भोजन परिवहन के लिए स्टील के साफ-सुथरे बर्तनों का उपयोग करें।
जिलाधिकारी का कहना है कि बच्चे हमारे भविष्य हैं। उनके स्वास्थ्य और शिक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। केवल पौष्टिक भोजन ही नहीं, बल्कि वह स्वच्छता और सम्मान के साथ परोसा जाना चाहिए। यह पहल न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता को भी नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
350 स्कूलों में अभिभावकों के साथ संवाद जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी (एसडीएम) विनोद कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी कि वह फाउंडेशन और 350 स्कूलों के अभिभावकों के बीच एक संवाद स्थापित करें। इस संवाद का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों के स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और साफ-सुथरे बर्तनों का उपयोग एक आदत बन सके।
अक्षय पात्र फाउंडेशन को लिखा पत्र उप जिलाधिकारी विकासनगर ने 2 दिसंबर 2024 को फाउंडेशन के प्रबंधक को पत्र जारी करते हुए कहा कि प्लास्टिक कंटेनरों की जगह स्टील कंटेनरों का इस्तेमाल शुरू किया जाए। साथ ही इस बदलाव को लागू करने की जानकारी कार्यालय को जल्द से जल्द दी जाए।
पहल का स्वागतअभिभावकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। स्टील के बर्तनों के उपयोग से न केवल स्वच्छता में सुधार होगा, बल्कि भोजन को अधिक सुरक्षित और पौष्टिक बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।
संस्था का आश्वासनअक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रबंधक ने भी जिलाधिकारी के निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता बच्चों के लिए स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। जल्द ही सभी भोजन कंटेनरों को स्टील के बर्तनों में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण