सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन कर लूंगा-मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा

जयपुर, 6 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान में उपचुनावों के परिणाम के बाद राजस्थान की राजनीति में एसआई भर्ती परीक्षा सहित कई मुद्दों को लेकर इनदिनों घमासान मचा हुआ है। भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा लगातार इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को उन्होंने जयपुर में प्रेसवार्ता कर राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन कर लूंगा? और मेरे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है। लेकिन तमाम गड़बड़ियों के बावजूद महेश नगर थानाधिकारी का बाल भी बांका नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई बड़े अधिकारी और नेता कविता शर्मा को बचाने में लगे हैं। ऐसे में अब वह पार्टी प्रदेश अध्यक्ष से बात करके उनके नामों का खुलासा करेंगे। मंत्री मीणा ने कहा कि कानून में यह प्रावधान है कि किसी महिला को रात को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। हिरासत में भी नहीं लिया जा सकता है। लेकिन कविता शर्मा, मंजू शर्मा और अनीता गुर्जर को न सिर्फ गिरफ्तार करने पहुंची, बल्कि गाड़ी में बैठा लिया। इस सदमे के चलते मंजू शर्मा की दादी का निधन हो गया। मैंने पुलिस के उच्च अधिकारियों को रात में कार्यवाई करने से मना किया। लेकिन वो नहीं रुकी। जिसकी वजह से मुझे मौके पर जाना पड़ा। इसके साथ ही अपने खिलाफ राजकार्य में बाधा की रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ एफआईआर किसके इशारे पर दर्ज हुई है। यह तो मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं।

गौरतलब है कि किरोड़ी लाल मीणा ने बीते मंगलवार की रात उप निरीक्षक परीक्षा रद्द करवाने की मांग कर रहे छात्र-छात्राओं को रोकने करने के लिए पुलिस द्वारा घरों पर दी गई दबिश का भी मुद्दा उठाया। इससे पहले मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर जासूसी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने ये आरोप गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेडम के सरकारी आवास पर पहुंचकर एक प्रेस कांफ्रेंस कर लगाए थे। मंत्री किरोड़ी मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि इंटेलीजेंस की तरफ से सरकार को यह रिपोर्ट भेजी गई है कि मैं राजस्थान की इनवेस्टमेंट समिट में विघ्न डालना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बड़ा शर्मनाक है। क्या एक मंत्री होकर मैं ऐसा करूंगा।

मुकदमे से नाम हटाने वालों पर भी हो एक्शन

उन्होंने कहा कि थानाधिकारी कविता शर्मा बड़ी असरदार पुलिस अधिकारी हैं। उनका न तो पिछले राज में बाल बांका हुआ और अब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। थानाधिकारी कविता शर्मा के खिलाफ 2017 में झोटवाड़ा थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। जहां बुजुर्ग महिला ने यह मुकदमा दर्ज करवाया था। इसकी जांच हुई और चार्जशीट कोर्ट में पेश होने से पहले ही डीजीपी ने रोक दी।

उन्होंने कहा कि बाद में दोबारा जांच के नाम पर थानाधिकारी कविता शर्मा का नाम इस मुकदमे से हटा दिया गया। जबकि कानूनी रूप से ऐसा नहीं किया जा सकता। जिन अधिकारियों ने ऐसा किया है। उनके खिलाफ भी केस दर्ज होने का मामला बनता है।

पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम कर चुके तबादले की सिफारिश

मंत्री मीणा ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम ने इस साल जनवरी में कमिश्नर को पत्र लिखा है। इसमें कई गंभीर मामलों में एफआईआर और कार्रवाई नहीं करने के आरोप हैं। इसी के चलते उन्होंने थानाधिकारी कविता शर्मा का तबादला जयपुर से बाहर करने और नॉन-फील्ड पोस्टिंग करने की सिफारिश की थी।

उप सचिव (गृह) के घर चोरी की रिपोर्ट नहीं की दर्ज

चित्रकूट थाने में शासन उप सचिव गृह मुकेश पारीक के अपने मकान में समान चोरी होने की रिपोर्ट कविता शर्मा को 24 दिसंबर 2023 को थाने पर दी थी। तब कविता शर्मा चित्रकूट थानाधिकारी थी। संज्ञेय अपराध का मामला बनने के बावजूद थानाधिकारी कविता शर्मा ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। ऐसे करीब दस मामले हैं। इसी के चलते डीसीपी ने कमिश्नर को रिपोर्ट देकर कविता शर्मा को निलंबित करने और मुख्यालय जयपुर आयुक्तालय से बाहर करने की अनुशंसा की थी।

कविता शर्मा को बचाने वालों पर भी हो कार्रवाई

उन्होंने कहा कि बीएनएसएस का कानून कहता है कि किसी महिला से पूछताछ उसके निवास स्थान के अलावा किसी दूसरी जगह पर नहीं की जा सकती है। जबकि मंजू शर्मा को वहां से करीब 20 किमी दूर अपहरण कर गाड़ी में ले जाकर यातना दी जा रही थी। इसके बाद वे मौके पर गए थे। उन्होंने कहा कि रात के समय में रात के समय महिलाओं की गिरफ्तारी नहीं की जा सकती और न ही हिरासत में लिया जा सकता है। कविता शर्मा ने इस कानून का भी उल्लंघन किया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और उन्हें बचाने वाले अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई हो।

पीएम मोदी ने दिया था ये बयान

किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान थानाधिकारी कविता शर्मा द्वारा आधी रात को की गई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी के इस भाषण का जिक्र किया। पीएम मोदी ने हाल में चंडीगढ़ में कहा था कि अब पुलिस किसी भी व्यक्ति को अपनी मर्जी से हिरासत में नहीं ले सकेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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