कमलेश प्रजापति मुठभेड़ मामला : तीन साल से फरार चल रहा टॉप टेन में वांटेड हड़मत सारण गिरफ्तार
- Admin Admin
- Dec 05, 2024
जोधपुर, 05 दिसम्बर (हि.स.)। जोधपुर रेंज पुलिस ने कमलेश प्रजापति मुठभेड़ के प्रकरण में तीन साल से फरार चल रहे एक आरोपी को आज गिरफ्तार किया है। वह टॉप टेन में वांटेड था। आरोपी को सीबीआई ने तलब किया था, मगर वह घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। उसे दस्तयाब कर अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि पाली रेन्ज टॉप-10 इनामी अपराधी की सूची में शामिल पाली के पुलिस थाना साण्डेराव के वांछित इनामी अपराधी हडमत सारण पुत्र दुर्गाराम जाट निवासी करना सिणधरी जिला बाड़मेर को रेंज की साईक्लोनर सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपी तीन साल से फरार चला आ रहा था।
क मलेश प्रजापति मुठभेड़ में सीबीआई ने किया था तलब :
आईजी विकास कुमार के अनुसार आरोपी हड़मत सारण को सीबीआई द्वारा कमलेश प्रजापति मुठभेड़ की जांच के दौरान भी तलब किया गया था। वर्ष 2021 में साण्डेराव पुलिस द्वारा वांछित अपराधी कमलेश प्रजापति की गिरफ्तारी के लिए की जा रही कार्यवाही के दौरान आरोपी कमलेश ने थानाधिकारी की गाड़ी को टक्कर मारकर जानलेवा हमला कर दिया था। तब थानाधिकारी हमले के दौरान बुरी तरह घायल हो गये थे, आरोपी कमलेश की गाड़ी भी पूरी तरह टूट गई थी और यह अपराधी इस मामले का मुख्य सूत्रधार जो उसे सकुशल बचा ले गया।
कमलेश मारा गया था:
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी कमलेश की दस्तयाबी के लिए पुलिस द्वारा बाड़मेर में दबिश के दौरान हुई मुठभेड़ में आरोपी कमलेश मारा गया था, जिसकी जांच सीबीआई द्वारा की गई थी। कमलेश प्रजापति की मुठभेड़ में हुई मौत की जांच के दौरान सीबीआई द्वारा आरोपी हड़मत को भी तलब किया गया था, परन्तु आरोपी हडमत फरार चलने के कारण सीबीआई जांच के लिए नहीं गया था।
25 हजार का था इनाम घोषित :
अपराधी हड़मत की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। साईक्लोनर सेल को प्राप्त सूचना के अनुसार रेन्ज जोधपुर जिला बाडमेर क्षेत्र के दो बड़े इनामी अपराधी मध्यप्रदेश से मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त है। आसूचना के विश्लेषण के बाद टीन मध्यप्रदेश को रवाना हुई। साईक्लोनर टीम पिछले तीन दिनों से बैठी इंतजार कर रही थी और टीम चाय की दुकान पर बैठी थी। तभी अपराधी चाय की दुकान पर आया और वहां बैठी टीम के बारे में दुकान वाले को पूछा तो उसमें कोई जवाब नहीं दिया तो अपराधी वहां से भाग निकला। आरोपी वहां से भागते हुए गाडिय़ा बदल-बदल कर छिपता रहा, अंत में बस में बैठे होने की पुख्ता जानकारी प्राप्त हुई।
बस उदयपुर पहुंची तब घेराबंदी कर पकड़ा :
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि बस में बैठने की जानकारी प्राप्त होने पर साईक्लोनर टीम ने अगले कस्बे पर अपराधी एवं उसके साथ कितने साथी है इसकी तस्दीक करवाने के लिए टीम के एक सदस्य को बस में बिठाया और उसकी और उसके अन्य साथ होने वालों की जानकारी साईक्लोनर टीम लगातार लेती रही।
बाद में जब बस अपने मंजिल उदयपुर पर पहुंच रही थी तो टीम द्वारा बस की घेराबंदी कर अपराधी को बस स्टॉप की भीड़भाड़ से निकलने दिया और सुरक्षित स्थान पर दबोच लिया गया। 14. अन्य आरोपियों के संदर्भ में पूछा गया तो बताया कि अन्य साथी चितौडग़ढ़ की तरफ गए हुए है। वांछित इनामी अपराधी हड़मत को पाली पुलिस को सुपुर्द किया गया।
पत्नी भी छोड़ कर जा चुकी, मादक पदार्थ की दे रहा जानकारी :
इनामी अपराधी से पूछताछ में अपराधी नारकोटिक्स की अलग-अलग जानकारी दे रहा हैं। जिससे पुलिस के लिए मादक पदार्थों की तस्करी की अनसुलझी कहानियों को सुलाझाया जा सकेगा। आरोपी हड़मत के विरुद्ध प्रकरण दर्ज होने के बाद वह पुलिस के डर से अपने घर नहीं जा सका और लम्बे समय तक घर नहीं जाने के कारण पत्नी उसे छोड़ कर चली गई। पत्नी के छोड़े जाने के बाद अपराधी अपनी फरारी काटता रहा और अपना स्थान बदलता रहा।
पुलिस टीम में यह रहे शामिल :
साइक्लोनर टीम में एसआई कन्हैयालाल, देवाराम, मनीष परमार, राकेश, अशोक परिहार, झूमरराम, घासीलाल, मनोहर आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश